“सावित्री कलियुगातली” – 26 दिसंबर 2025 को पूरे महाराष्ट्र में होगी प्रदर्शित

पुणे : मराठी फिल्म इंडस्ट्री की एक खास पहचान रही है कि वह परंपराओं को संजोते हुए, पुराने और नए विचारों का सुंदर संगम करते हुए मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश देने वाली फिल्में बनाती है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाने वाली, रिश्तों का गहरा अर्थ समझाने वाली और नारी शक्ति का प्रभावशाली दर्शन कराने वाली मराठी फिल्म “सावित्री कलियुगातली” 26 दिसंबर 2025 को पूरे महाराष्ट्र में प्रदर्शित होने जा रही है।
महाराष्ट्र में वटसावित्री का पर्व श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। सत्यवान के प्राण यमराज से वापस लाने वाली सावित्री की कथा सर्वविदित है। इसी कथा के आधार पर पति की दीर्घायु और जन्म-जन्मांतर तक वही पति मिले, इस भावना से महिलाएं वटसावित्री का व्रत करती हैं। हालांकि बदलती जीवनशैली, आधुनिकता और व्यस्त दिनचर्या के कारण आज यह व्रत पहले की तुलना में कम दिखाई देता है।
वास्तव में पर्व और व्रत केवल धार्मिक विधि नहीं, बल्कि उनके पीछे का उद्देश्य पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाना, प्रेम, समझदारी, मित्रता और आपसी स्नेह को बनाए रखना होता है। आज के दौर में बढ़ते तलाक के मामलों को देखते हुए ये मूल्य कहीं न कहीं कमजोर पड़ते नजर आते हैं। इसके बावजूद, कलियुग में भी ऐसी कई “सावित्री” हैं, जो अपने पति के संकट के समय मजबूती से उसके साथ खड़ी रहती हैं। इसी सच्चाई का सशक्त चित्रण फिल्म **“सावित्री कलियुगातली” में किया गया है।
इस फिल्म में पति-पत्नी के रिश्ते के साथ-साथ माता-पिता और बेटे के संबंधों का भी संवेदनशील चित्रण देखने को मिलता है। पिता के अनुशासन को न मानते हुए मां के लाड़-प्यार में बिगड़ता हुआ बेटा, संकट में फंसने के बाद मां द्वारा उसके लिए की गई पूजा-तपस्या, और एक ओर पत्नी तो दूसरी ओर मां—इन दोनों रिश्तों के बीच का भावनात्मक संघर्ष और अपनापन फिल्म को और भी प्रभावशाली बनाता है। यही कारण है कि यह फिल्म विशेष रूप से महिला दर्शकों को भावनात्मक रूप से जरूर छूएगी, ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा है।
फिल्म की सर्जनशील टीम : निर्माता, कथा, पटकथा व निर्देशन: प्यारेलाल शर्मा, सह-निर्माता: नानासाहेब बच्छाव, रविकुमार गजभिये,
कलाकार : नायक: पवन चौरे (पुणे), नायिका: मेहेक शेख (मुंबई), मुख्य भूमिकाएं: श्वेता भामरे, निशांत पवार (नाशिक), खलनायक: जयराज नायर, नानासाहेब बच्छाव, अन्य कलाकार: राकेश शिर्के, जी. एस. पाटील, रविकुमार गजभिये, विधी, संतोष, पंकज पंडित, सुजाता पवार, बाल कलाकार: नमो गजभिये, तकनीकी पक्ष : संवाद लेखन: राकेश शिर्के, सुजाता पवार, संगीत: दर्शन कहार, तुहीन विश्वास, गीतकार: सुजाता पवार, अनिल अहिरे, छायांकन (DOP): गणेश पवार, पंकज, सह-निर्देशन: राकेश शिर्के, सुजाता पवार, कार्यकारी निर्माता (EP): पोपट कांबळे, इस फिल्म की शूटिंग नाशिक, उरण और बदलापुर में की गई है।फिल्म की कहानी प्रभावशाली और सामाजिक सरोकारों से भरपूर होने के कारण यह दर्शकों की पसंद पर खरी उतरेगी, ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा है। फिल्म को शुभकामनाएं देते हुए माननीय वन मंत्री गणेशजी नाईक ने कहा कि “सावित्री कलियुगातली” हर किसी को देखनी चाहिए, और उन्होंने फिल्म की पूरी टीम को हार्दिक शुभेच्छाएं दीं। रिश्तों की ताकत, नारी की भूमिका और आधुनिक दौर की सावित्री के संघर्ष को महसूस करने के लिए 26 दिसंबर 2025 से अपने नजदीकी सिनेमाघर में “सावित्री कलियुगातली” अवश्य देखें।



