
पुणे। हडपसर क्षेत्र में स्थित जमीन की मापणी के मामले में 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में भूमि अभिलेख विभाग के दो अधिकारियों के खिलाफ येरवड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इन अधिकारियों के नाम उप अधीक्षक अमरसिंह पाटिल और भू-मापक किरण येटोळे हैं, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
शिवाजीनगर, पुणे निवासी 41 वर्षीय व्यवसायी कुणाल अष्टेकर ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हडपसर स्थित सर्वे नंबर 181/3, 181/4A, 181/6 और 181/9/1 की मापणी वर्ष 2023 और 2024 में सरकारी शुल्क का भुगतान कर विधिपूर्वक की गई थी। बावजूद इसके, संबंधित कार्य में बाधा डालते हुए पाटील और येटोळे ने 50 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की।
शिकायत के अनुसार, किरण येटोळे ने बाद में सौदेबाज़ी करते हुए 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगी और धमकी दी कि यदि यह राशि नहीं दी गई तो संपत्ति का नुकसान होगा। इतना ही नहीं, अमरसिंह पाटील का नाम लेते हुए कहा गया कि “वे हेलिकॉप्टर शॉट लगाएंगे”, जिससे तात्पर्य एक तेज और अप्रत्याशित कार्रवाई की धमकी से है।
इस मामले की शिकायत महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे को भी की गई थी। उनके निर्देश पर विभागीय जांच शुरू की गई और पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की गई जांच में सामने आया कि आरोपियों ने जानबूझकर जमीन का गलत ‘क’ प्रमाणपत्र तैयार किया था।
इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 308(2), 198, 201 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की आगे की जांच आर्थिक अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त एम. खाडे कर रहे हैं।