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एएसआई वर्कर्स यूनियन का नई दिल्ली में त्रिवार्षिक अधिवेशन 

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अहिल्यानगर,: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध) कर्मचारी संघ का त्रिवार्षिक अधिवेशन रविवार २३  मार्च २०२५ को नई दिल्ली में आयोजित किया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.दीपेंद्र चहर इस अधिवेशन के संयोजक हैं। इस अधिवेशन में एएसआई में कार्यरत अधिकारी,स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों की लंबित मांगों पर चर्चा की जाएगी तथा सरकार के समक्ष मुद्दों के समाधान की दिशा तय की जाएगी। यह जानकारी संगठन के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष संदीप हापसे ने दी।
भारतीय मजदूर संघ एक राष्ट्रीय स्तर का संगठन है जो पिछले ७० वर्षों से विभिन्न सरकारी,अर्ध-सरकारी एवं असंगठित क्षेत्रों के कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए काम कर रहा है। केंद्र सरकार के अधीन आने वाले विभाग भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के कर्मचारियों का श्रमिक संघ भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में कार्यरत अधिकारियों,कर्मचारियों और अस्थायी कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए त्रिवार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया है। इस अधिवेशन का आयोजन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दीपेंद्र चाहर द्वारा रविवार २३ मार्च २०२५ को टी 21,अतुल ग्रोव रोड,नई दिल्ली में किया गया है। इस अधिवेशन में राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत भारतीय मजदूर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे तथा मार्गदर्शन करेंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कई प्रश्न लंबित हैं। साथ ही,इसी विभाग में स्थायी कर्मचारियों के साथ काम करने वाले अस्थायी कर्मचारियों के भी कई प्रश्न लंबित हैं। इन अधिकारियों, कर्मचारियों एवं इच्छुक कर्मचारियों के विभिन्न प्रश्नों पर राष्ट्रीय अधिवेशन में चर्चा एवं विचार-विमर्श किया जाएगा। इन मुद्दों के समाधान के लिए सरकार के स्तर पर रणनीति बनाई जाएगी। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए केंद्र सरकार के मंत्रियों,केंद्रीय सचिव स्तर के अधिकारियों और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वरिष्ठ अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। बतां दे की,भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकार क्षेत्र में देश में कुल ३६९८ धरोहर स्थल हैं। इन स्थलों को राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक के रूप में जाना जाता है। राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों की निगरानी और पर्यवेक्षण का कार्य भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के मुख्यालय, धरोहर भवन, नई दिल्ली से किया जाता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारी और कर्मचारी इन राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों को संरक्षित करने के लिए काम कर रहे हैं। सैकड़ों वर्षों की विरासत को समेटे इनमें से कई स्थल वीरान जगहों पर हैं। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदारी से विरासत स्थलों के संरक्षण में अपना योगदान दे रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों और कर्मचारियों की समस्याओं पर विचार-विमर्श के लिए दिल्ली में एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। महाराष्ट्र में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तीन मंडल हैं। नागपुर,मुंबई और छत्रपति संभाजीनगर इन तीनों मंडलों के अंतर्गत महाराष्ट्र में २८६ राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक हैं। इनमें से नगर जिले में २९ राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक हैं। संगठन के महाराष्ट्र राज्य अध्यक्ष संदीप हापसे ने बताया कि, नई दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में इन कर्मचारियों को प्रशासनिक कार्य करने में होने वाली दैनिक कठिनाइयों के साथ-साथ विभाग के पास लंबित उनकी विभिन्न जायज मांगों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। हापसे ने बताया कि,इस अधिवेशन में संगठन के कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

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