महाप्रबंधक ने मध्य रेल के 12 कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार से किया सम्मानित

पुणे. मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीना ने दिनांक 06.05.2025 को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई में आयोजित एक समारोह में 12 कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया।
संरक्षा पुरस्कार संबंधित कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान सतर्कता, अप्रिय घटनाओं को रोकने में उनके योगदान और पिछले महीनों के दौरान ट्रेन परिचालन में संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रदान किए गए। प्रत्येक पुरस्कार में एक पदक, प्रशंसा प्रमाण पत्र, अनुकरणीय संरक्षा कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र और ₹ 2000/- का नकद पुरस्कार शामिल है।
पुरस्कार विजेताओं का विवरण इस प्रकार है :
मुंबई मंडल
श्री अनिल निम्बाजी तेलोर, सेक्शन इंजीनियर (सीएंडडब्ल्यू), इगतपुरी – दिनांक 05.03.2025 को एक मालगाड़ी की ब्रेक पावर टेस्टिंग के दौरान उन्हें एक वैगन का बेयरिंग कप टूटा हुआ मिलने पर उक्त वैगन को ट्रेन से अलग किया गया। उनकी सतर्कता ने एक संभावित दुर्घटना को टाल दिया।
भुसावल मंडल
श्री अमरेंद्र कुमार, तकनीशियन (सी एंड डब्ल्यू), भुसावल – दिनांक 21.03.2025 को, एक मालगाड़ी के रोलिंग-इन निरीक्षण के दौरान, उन्होंने देखा कि एक वैगन एक्सल की ग्रीस सील हिल गई थी। उन्होंने सभी संबंधितों को सूचित किया और वैगन को अलग कर दिया गया। उनकी सतर्कता ने एक संभावित दुर्घटना को टाल दिया।
श्री दिनेश यादव, सहायक उप-निरीक्षक, नासिक रोड (आरपीएफ) – दिनांक 15.01.2025 को, उन्होंने सहकर्मियों की मदद से ट्रेन नंबर 22183 के नीचे कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास कर रहे एक व्यक्ति को बचाया। उनकी त्वरित प्रतिक्रिया ने उस व्यक्ति की जान बचाई।
श्री आनंद वाघ, हेड कांस्टेबल, नासिक रोड (आरपीएफ) – दिनांक 30.01.2025 को, एक महिला जो अपने दो बच्चों की मदद करने के बाद ट्रेन नंबर 12110 में चढ़ी रही थी वह प्लेटफॉर्म और चलती ट्रेन के बीच फिसल गई। उन्होंने एक अन्य महिला यात्री की मदद से उसे तुरंत बचाया। उनकी त्वरित कार्रवाई ने उस महिला की जान बचाई।
नागपुर मंडल
श्री अरविंद कुमार शर्मा, ट्रेन मैनेजर – दिनांक 18.04.2025 को सेवाग्राम स्टेशन पर मालगाड़ी में ड्यूटी के दौरान, उन्होंने हाथ के सिग्नल एक्सचेंज के दौरान बगल की लाइन से गुजर रही भारत दर्शन एक्सप्रेस से जुड़ी पावर कार के पहियों से धुआं निकलते देखा। उन्होंने तुरंत खतरे का संकेत दिखाया और ट्रेन रोक दी। निरीक्षण के बाद, ब्रेक बाइंडिंग में गंभीर समस्या पाई गई। उनकी सतर्कता ने संभावित दुर्घटना को टालने में मदद की।
श्री राम लखन, सहायक उप-निरीक्षक, बल्लारशाह (आरपीएफ) – दिनांक 21.03.2025 को, उन्होंने प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच एक पुरुष यात्री को फिसलते हुए देखने के बाद ट्रेन नंबर 12296 को रोका। यात्री घायल हो गया था और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। उनकी त्वरित सूझबूझ ने एक व्यक्ति की जान बचाई।
श्री नितिन नाइक, हेड कांस्टेबल (डॉग स्क्वायड), नागपुर – दिनांक 28.03.2025 को, उन्होंने नियंत्रण कक्ष की सूचना पर कार्यवाई की और एक खोजी कुत्ते की मदद से एक क्षतिग्रस्त पोर्टेबल जनरेटर का पता लगाया जो गाड़ी से टकरा कर झाड़ियों में गिर गया था। उनके सराहनीय कार्य से आपराधिक मामला दर्ज करने में मदद मिली।
पुणे मंडल
श्री जितेन्द्र कुमार, सहायक (सी एंड डब्ल्यू), दौंड – दिनांक 21.02.2025 को रोलिंग-इन निरीक्षण के दौरान, उन्हें एक वैगन एक्सल पर सीटीआरबी दरार मिली। संबंधित अधिकारियों को सूचित करने के बाद वैगन को अलग कर दिया गया। उनकी सतर्कता से संभावित दुर्घटना को टाला जा सका ।
सोलापुर मंडल
श्री रोशन कुमार, तकनीशियन (ट्रैक्शन), सोलापुर – दिनांक 09.04.2025 को सोलापुर यार्ड में पैदल गश्त के दौरान, उन्होंने देखा कि आरआरए स्थान के पास संपर्क तार असामान्य रूप से मुड़ा हुआ था। उन्होंने तुरंत सभी संबंधितों को सूचित किया, जिससे समय पर बिजली ब्लॉक और मरम्मत हो सकी। उनकी सतर्कता ने संभावित खतरे को टाल दिया।
श्री सोनू कुमार, ट्रैक मेंटेनर, तिलाटी – 22.04.2025 को ट्रैक पर काम करते समय, उन्होंने एक गर्म एक्सल के कारण गुजरती मालगाड़ी के वैगन से आग की लपटें निकलती देखीं। उन्होंने तुरंत सभी संबंधितों को सूचित किया। उनकी सतर्कता ने संभावित दुर्घटना को टालने में मदद की।
श्री पोपट शिवाजी, तकनीशियन (सी एंड डब्ल्यू) – दिनांक 21.03.2025 को ट्रेन नंबर 12025 शताब्दी एक्सप्रेस के रोलिंग-इन निरीक्षण के दौरान, उन्होंने कोच नंबर 224631 की प्राइमरी ऑउटर स्प्रिंग टूटी हुई पाई। उन्होंने तुरंत सभी संबंधितों को सूचित किया। उनके इस कदम से एक दुर्घटना टल गई।
श्री वसीम शेख, तकनीशियन (सी एंड डब्ल्यू) – दिनांक 04.04.2025 को ट्रेन नंबर 12025 शताब्दी एक्सप्रेस के रोलिंग-इन निरीक्षण के दौरान, उन्होंने कोच नंबर 141587 की प्राइमरी ऑउटर स्प्रिंग टूटी हुई पाई। उन्होंने सभी संबंधितों को सूचित किया और एक संभावित घटना को रोकने में मदद की।
पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए, महाप्रबंधक ने उनकी सतर्कता, समर्पण और रेलवे संरक्षा में योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्य दूसरों को अपने कर्तव्यों को लगन से निभाने के लिए प्रेरित करते हैं और जान-माल की हानि को रोकने और यात्री संरक्षा को बढ़ाने में मदद करते हैं।
इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक श्री प्रतीक गोस्वामी, प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री चंद्र किशोर प्रसाद, अन्य प्रमुख विभागाध्यक्ष और मध्य रेल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।