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महिला दिवस पर सजी संगीतमयी महफिल, उजागर हुआ ‘सखी मनरंग

भारतीय विद्या भवन और इन्फोसिस फाउंडेशन के सांस्कृतिक प्रसार कार्यक्रम के तहत आयोजन

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‘सखी मनरंग’ ने जीता श्रोताओं का दिल!

पुणे. भारतीय विद्या भवन और इन्फोसिस फाउंडेशन के सांस्कृतिक प्रसार उपक्रम के अंतर्गत ‘सखी मनरंग’ यह संगीतमय कार्यक्रम पुणे में आयोजित किया गया। यह आयोजन शनिवार, 8 मार्च 2025 को शाम 6 बजे भारतीय विद्या भवन (सेनापति बापट रोड) सभागृह में संपन्न हुआ।

मराठी और हिंदी गीतों के माध्यम से महिलाओं के भावनात्मक संसार को उजागर करने वाला यह कार्यक्रम ‘सुरसखी’ समूह द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम की खासियत यह थी कि सभी गायिकाएं महिलाएं थीं, और संगीत वाद्य-संगत भी महिला कलाकारों ने ही की। कार्यक्रम का निर्माण मानिनी गुर्जर ने किया था, जबकि संकल्पना और संचालन रंजना काले ने किया। गीत प्रस्तुति अनुराधा पटवर्धन और देवयानी सहस्रबुद्धे ने की।

संगीत संगत में संपदा खरे-देशपांडे (हार्मोनियम), शिल्पा आपटे (तबला), किमया काणे (कीबोर्ड), और उर्मिला भालेराव (तालवाद्य) ने सहयोग दिया। भारतीय विद्या भवन के सचिव प्रो. नंदकुमार काकिर्डे ने सभी कलाकारों का सम्मान किया। यह कार्यक्रम नि:शुल्क था और भारतीय विद्या भवन व इन्फोसिस फाउंडेशन के सांस्कृतिक प्रसार उपक्रम के तहत आयोजित होने वाला 236वां कार्यक्रम था।

कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए कुछ प्रमुख गीत थे: ही वाट दूर जाते, नजरिया लागे नही, तिन्ही सांजा सखे, मी राधिका, ये तेरा घर ये मेरा घर, जानू जानू री (अंगाई), नीज माझ्या, कुणीही पाय नका वाजवू।इसके अलावा, लिंबलोण उतरता, झूठे नैना बोले के साथ-साथ गीतरामायण के कुछ गीतों की विशेष प्रस्तुति हुई। अंत में जीवलगा कधी रे येशील तू, हे सूरांनो चंद्र व्हा, म्हारे घर आवोजी, अवघा रंग एक झाला जैसे भावपूर्ण गीतों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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