
पुणे.शिव छत्रपति के “रायते के राज्य” की अवधारणा को घोषित करने वाली “शिवमुद्रा” की प्रतिमा भारतीय संविधान और महाराष्ट्र की राजमुद्रा में शामिल है, लेकिन शिवेंद्रराजे को वह नजर नहीं आती – यह महाराष्ट्र का दुर्भाग्य है। यह तीखी प्रतिक्रिया कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने शिवेंद्रराजे द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए दी।
उन्होंने कहा कि भाजपा जनता के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की साजिश कर रही है।भारतीय संविधान और महाराष्ट्र की राजमुद्रा में छत्रपति शिवाजी महाराज की ‘शिवमुद्रा’ की उपस्थिति के बावजूद, मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले इसे देखने में असफल हो रहे हैं, जो कि महाराष्ट्र का दुर्भाग्य है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनहित से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने की साजिश कर रही है और अब सातारा गद्दी के वंशजों का भी राजनीतिक उपयोग किया जा रहा है। शिवाजी महाराज सत्य, निष्ठा और अस्मिता के प्रतीक थे, जिसे भाजपा समझने में असमर्थ है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि शिवाजी महाराज के सम्मान में कई बड़े कार्य कांग्रेस के शासनकाल में हुए, जिनमें शामिल हैं:
शिव छत्रपति शिवाजी पुरस्कार (1969-70) की शुरुआत की,छत्रपति शिवाजी महाराज स्टेडियम (पुणे, कोल्हापुर, रत्नागिरी) की स्थापना,विक्टोरिया टर्मिनस (VT) का नाम बदलकर “छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस” रखना (तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश कलमाडी के कार्यकाल में),मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम “छत्रपति शिवाजी महाराज हवाई अड्डा” करना,शिवाजी विश्वविद्यालय की स्थापना,19 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिव जयंती मनाने का निर्णय जैसे कई महत्वपूर्ण निर्णय कांग्रेस के काल में किए गए,जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है।
गोपालदादा तिवारी ने कहा कि भाजपा सरकार अब “अडानी एयरपोर्ट” नामकरण की ओर बढ़ रही है, लेकिन यह शिवेंद्रराजे को नजर नहीं आ रहा।
भाजपा कर रही है शिवाजी महाराज की विरासत का राजनीतिक इस्तेमाल?
तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता संसद में यह कहने से भी नहीं चूके कि “मोदी जी पिछले जन्म में शिवाजी महाराज थे”, तो क्या शिवेंद्रराजे को यह स्वीकार्य है? उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगवान कोश्यारी से लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री तक, शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के शौर्य का अपमान कर चुके हैं, लेकिन शिवेंद्रराजे इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
अरब सागर में शिव स्मारक का क्या हुआ?
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया कि अरब सागर में बनने वाले शिव स्मारक का भूमिपूजन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, लेकिन इतने सालों बाद भी वह स्मारक कहां है? खुद संभाजीराजे ने नाव से जाकर देखा लेकिन कुछ नजर नहीं आया। यह क्या शिवाजी महाराज के नाम पर भाजपा सरकार की एक और नौटंकी थी?
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में शिवाजी महाराज की प्रतिष्ठा बढ़ाने का असली काम कांग्रेस ने किया है, और भाजपा केवल दिखावे की राजनीति कर रही है।