
पुणे। राज्य में होने वाले जिला परिषद, महानगरपालिका और नगरपालिका चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने अपने पदाधिकारियों को संगठन और जनसंपर्क पर जोर देने के निर्देश दिए हैं। खड़कवासला में आयोजित पदाधिकारी प्रशिक्षण कार्यशाला में विधान परिषद में कांग्रेस के गटनेता सतेज उर्फ बंटी पाटील ने कहा कि 71% लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए इस माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना जरूरी है। उन्होंने हर सप्ताह कम से कम एक आंदोलन करने और 18 से 25 वर्ष के नवमतदाताओं को कांग्रेस से जोड़ने की अपील की।
कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य व एआईसीसी प्रशिक्षण विभाग प्रमुख सचिन राव ने कहा कि जाति आधारित जनगणना से समाज के हर घटक को उसकी जनसंख्या के अनुपात में अधिकार मिलेगा। राहुल गांधी की इस मांग पर सरकार को झुकना पड़ा, इसलिए इस मुद्दे पर जनजागरण करें।
‘सांस्कृतिक राजनीति’ विषय पर शाहीर संभाजी भगत ने कहा कि सत्ता परिवर्तन संभव है, लेकिन सांस्कृतिक सत्ता को भी बदलना होगा। वरिष्ठ पत्रकार निरंजन टकले ने सामाजिक द्वेष फैलाकर चुनाव जीतने की प्रवृत्ति की आलोचना की और कई घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस को पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए।
पूर्व प्रशासकीय अधिकारी महेश झगडे ने कहा कि प्रशासन, सरकार चलाने में सहयोगी व्यवस्था है, लेकिन कई बार वह खुद सरकार जैसा व्यवहार करता है। पदाधिकारियों को प्रशासन की कार्यप्रणाली की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
कार्यशाला का समापन 12 अगस्त को होगा, जिसमें पवन खेड़ा, इतिहासकार अशोककुमार पांडेय और वरिष्ठ पत्रकार संजय आवटे मार्गदर्शन करेंगे।



