
पुणे. 12 अप्रैल की रात लोणंद स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के कांस्टेबल जय प्रकाश श्री अमृत निषाद के पुत्र पर गंभीर हमला किया गया। वह RPF चौकी लोणंद पर नाइट शिफ्ट में तैनात थे।
ड्यूटी के दौरान उन्होंने स्टेशन परिसर में टिकट काउंटर के पास एक व्यक्ति संजय को नशे की हालत में सोते हुए पाया और उसे घर जाकर आराम करने की सलाह दी। इस पर संजय ने नाराज होकर कांस्टेबल को गाली दी और धमकाते हुए वहां से चला गया। लगभग 10-15 मिनट बाद, संजय अपने भाई निहाल और मां के साथ स्टेशन पर वापस आया।संजय की मां ने एक हार्ड प्लास्टिक पाइप से कांस्टेबल के पैर पर हमला किया और निहाल ने लकड़ी की छड़ी से उनके सिर पर वार किया, जिससे उन्हें गंभीर चोट लगी और सिर से खून बहने लगा। साथ ही हाथ में भी चोट पहुंचाई गई। तीनों ने मिलकर कांस्टेबल को गालियां दीं और लात-घूंसे से पीटा।
घायल कांस्टेबल को तत्परता से ड्यूटी पर तैनात प्वाइंट्समैन द्वारा सिद्धिविनायक हॉस्पिटल एंड क्रिटिकल केयर, लोणंद में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर है। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, पुणे श्रीमती प्रियंका शर्मा और रेलवे पुलिस अधीक्षक श्री तुषार दोशी मौके पर पहुंचे और अस्पताल जाकर घायल कर्मी का हालचाल जाना।
इस मामले में दिनांक 12 अप्रैल को GRP मिरज में अपराध क्रमांक 27/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 3(5), 109(1), 132 और रेलवे अधिनियम की धारा 147 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच पुलिस निरीक्षक श्री एस.एस. काले, GRP मिरज के मार्गदर्शन में की जा रही है।
घटना में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए RPF और GRP की संयुक्त टीम गठित की गई, जिसके तहत संजय राजू पवार नामक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अन्य दो फरार आरोपियों की तलाश जारी है।