आरपीएफ पुणे का सराहनीय कार्य – “ऑपरेशन नन्हें फ़रिश्ते” तहत 8 नाबालिक बच्चों को सुरक्षित बचाया गया

पुणे, : रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) पुणे ने “ऑपरेशन नन्हें फ़रिश्ते” अभियान के अंतर्गत एक बार फिर मानवता और जिम्मेदारी का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। पुणे स्टेशन पर गश्त और जागरूकता अभियान के दौरान आरपीएफ और चाइल्ड हेल्पलाइन पुणे की टीम ने 8 नाबालिक बच्चों को सुरक्षित बचाया।
मिली जानकारी के अनुसार, चाइल्ड हेल्पलाइन पुणे एवं साथी संस्था के सहयोग से चलाए गए इस अभियान में प्लेटफार्म क्रमांक 01, 02 और 04 पर 8 बच्चे अकेले घूमते हुए मिले। पूछताछ में पता चला कि ये बच्चे घर से बिना बताए पुणे आ गए थे—कुछ दोस्तों के कहने पर तो कुछ व्यक्तिगत कारणों से।

आरपीएफ टीम ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें थाने लाकर मेडिकल जांच और परामर्श की व्यवस्था की। इसके बाद सभी बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी-1, येरवड़ा पुणे के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति के आदेशानुसार, 07 बच्चों को साथी संस्था खुले निवारा गृह और 01 बच्चे को श्री साई सेवा खुले निवारा गृह, फुरसुंगी में अस्थायी देखभाल हेतु दाखिल किया गया।
इस मानवीय कार्य ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि आरपीएफ केवल यात्रियों की सुरक्षा ही नहीं, बल्कि समाज के कमजोर और असुरक्षित वर्ग की भी सच्ची संरक्षक है।

जागरूकता संदेश
आरपीएफ ने अभिभावकों से अपील की है कि बच्चों पर विशेष ध्यान दें और उन्हें रेलवे स्टेशन जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर अकेला न छोड़ें। ऐसे स्थानों पर नाबालिक बच्चे तस्करी, शोषण और अन्य खतरों का शिकार हो सकते हैं। किसी भी बच्चे को परेशानी में देखने पर तुरंत आरपीएफ को सूचित करें या चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर कॉल करें।



