वेदांता के नंद घर द्वारा 7 राज्यों में 1 लाख बच्चों को पोषण अनुपूरक ‘शिशु संजीवनी’ वितरित किए जाएंगे
बच्चों में कुपोषण से लड़ने और ‘पोषण से प्रगति’ का संदेश फैलाने की दिशा में एक और कदम

नई दिल्ली, 13th अक्टूबर 2025 – बच्चों के समग्र पोषण को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, वेदांता की प्रमुख सामाजिक पहल नंद घर ने नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) – फाउंडेशन फॉर न्यूट्रिशन के सहयोग से ‘शिशु संजीवनी’ नामक पोषक अनुपूरक के लगभग 1,00,000 पैक देश के 7 राज्यों में पोषण माह 2025 के दौरान वितरित करने की घोषणा की है। यह अनुपूरक 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए तैयार किया गया है।
नंद घर देशभर में 15 राज्यों में 9,400 से अधिक आधुनिक आंगनवाड़ियों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों के जीवन को पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के माध्यम से बदल रहा है। यह वर्ष एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) के 50 वर्ष पूरे होने का भी प्रतीक है, जो भारत के बाल कल्याण कार्यक्रमों की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस अवसर पर नंद घर का यह कदम हर बच्चे को स्वस्थ जीवन की शुरुआत दिलाने के सामूहिक प्रयास को और मज़बूत करता है।
पोषण माह, जो मिशन पोषण 2.0 के तहत हर साल मनाया जाता है, का उद्देश्य बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार लाना है। इस वर्ष की थीम ‘पोषण से प्रगति’ भारत के स्वस्थ और मजबूत भविष्य के निर्माण में पोषण की अहम भूमिका को रेखांकित करती है। इसी दृष्टि से नंद घर ने राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, दमण और दीव तथा उत्तर प्रदेश में अपने प्रयासों को और तेज़ किया है ताकि हर बच्चे तक पोषक आहार पहुँचे।
शिशु संजीवनी, NDDB द्वारा विकसित एक स्वादिष्ट, पौष्टिक रेडी-टू-ईट हलवा है, जिसे खास तौर पर 3-6 वर्ष के बच्चों के लिए तैयार किया गया है। हर 40 ग्राम सर्विंग में लगभग 200 किलो कैलोरी ऊर्जा होती है और यह एक बच्चे की दैनिक पोषक आवश्यकताओं का लगभग एक-छठा हिस्सा पूरा करती है। इसमें चना, घी, दूध पाउडर, सोया, मूंगफली और तिल जैसे पौष्टिक तत्व हैं और यह ICMR–NIN दिशानिर्देशों के अनुसार विटामिन और खनिजों से फोर्टिफाइड है।
श्रीमती प्रिया अग्रवाल हेब्बर, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड और नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, वेदांता लिमिटेड ने कहा – “वेदांता में हम मानते हैं कि सच्चा राष्ट्र निर्माण बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण से शुरू होता है। नंद घर के माध्यम से हमारा संकल्प है कि हर बच्चे को सही पोषण, गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक देखभाल और जीवन की समान शुरुआत मिले। NDDB के साथ ‘शिशु संजीवनी’ पहल हमारी साझेदारी की ताकत को दर्शाती है – क्योंकि पोषण ही अवसर की पहली सीढ़ी है। आज का पोषित बच्चा कल का सशक्त और आत्मविश्वासी ‘विकसित भारत’ बनाएगा।”
शशि अरोड़ा, सीईओ, नंद घर ने कहा – “ICDS के 50 वर्ष भारत की बाल पोषण यात्रा का एक मील का पत्थर है। नंद घर इस विरासत को आगे बढ़ाते हुए ‘शिशु संजीवनी’ जैसी नवाचारपूर्ण पहल के माध्यम से बच्चों को सशक्त कर रहा है। फोर्टिफाइड फूड, तकनीकी निगरानी और सामुदायिक जागरूकता को जोड़कर हम भारत को 2047 तक ‘विकसित भारत’ बनाने की दिशा में योगदान दे रहे हैं।”
डॉ. मीनेश शाह, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक, NDDB ने कहा – “NDDB में हमारा उद्देश्य पोषण और खाद्य विज्ञान के अनुभव का उपयोग करके भारत के कुपोषण के खिलाफ अभियान को मज़बूत करना है। ‘शिशु संजीवनी’ वैज्ञानिक रूप से तैयार किया गया ऊर्जा-समृद्ध खाद्य पदार्थ है जो बच्चों की बढ़ती पोषण ज़रूरतों को पूरा करता है। नंद घर के साथ साझेदारी के माध्यम से हम इसे देश के हर कोने में पहुँचाकर एक स्वस्थ, पोषित और सक्षम भारत के निर्माण में योगदान देना चाहते हैं।”
नंद घर अपने पोषण कार्यक्रमों के माध्यम से तीन प्रमुख दिशाओं में काम करता है –
1. फोर्टिफाइड सप्लीमेंट और सीधा पोषण समर्थन प्रदान करना,
2. परिवारों को जागरूकता और परामर्श के माध्यम से सशक्त बनाना,
3. तकनीक और साझेदारियों का उपयोग कर स्थायी पोषण समाधान विकसित करना।
देशभर में हर दिन लगभग 3.6 लाख बच्चों तक पहुँचने वाला नंद घर पारंपरिक पोषण को आधुनिक हस्तक्षेपों के साथ जोड़कर एक सशक्त और सतत पोषण तंत्र का निर्माण कर रहा है। यह पहल ‘विकसित भारत’ के उस दृष्टिकोण का उदाहरण है, जिसमें हर बच्चा स्वस्थ, सक्षम और अवसरों से भरपूर जीवन जी सके।



