भारी बारिश की संभावना को देखते हुए महावितरण ‘हाई अलर्ट’ पर
सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिए युद्ध स्तर पर तैयार रहें - सीएमडी श्री. लोकेश चंद्र

मुंबई .अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से अगले तीन-चार दिन तक पूरे प्रदेश में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है। इस पृष्ठभूमि में, महावितरण ने इस प्रणाली के लिए हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। इस अवधि और मानसून के मौसम के दौरान सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिए आपातकालीन योजना बनाई गई है।
महावितरण के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री. लोकेश चंद्र ने शुक्रवार (23) को राज्य में बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। प्राकृतिक आपदाओं के कारण बाधित विद्युत आपूर्ति को तत्काल बहाल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए तथा मुख्यालय एवं जिला स्तर पर 24×7 आपातकालीन प्रबंधन नियंत्रण कक्ष तत्काल स्थापित किया जाना चाहिए। श्री सिंह ने निर्देश दिया कि कोई भी व्यक्ति मुख्यालय छोड़कर न जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में निदेशक (संचालन) श्री. सचिन तालेवार सहित राज्य के मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता उपस्थित थे।
इस वर्ष मानसून के आगमन से पहले ही राज्य में हर दिन तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। हालांकि अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र फिलहाल स्थिर है, लेकिन इसके प्रभाव से कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ के कई जिलों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। ऐसे में सुचारू विद्युत आपूर्ति के उपायों पर चर्चा के लिए यह बैठक आयोजित की गई। इस बीच, मुख्यालय और राज्य के आपातकालीन प्रबंधन नियंत्रण कक्ष ने शुक्रवार (23) से काम करना शुरू कर दिया है।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री. लोकेश चंद्र ने कहा कि यदि विद्युत आपूर्ति में कोई बाधा आती है तो उसे तुरंत और समय पर बहाल करने के लिए तत्काल उपाय किए जाने चाहिए। काम करते समय विद्युत सुरक्षा का ध्यान रखें। हर समय सुरक्षा उपकरण का उपयोग किया जाना चाहिए। यदि किसी स्थान पर मरम्मत में समय लगेगा, तो संबंधित ग्राहकों को एसएमएस, व्हाट्सएप ग्रुप, ट्विटर और सोशल मीडिया तथा प्रचार के माध्यम से तुरंत सूचित किया जाना चाहिए। मुख्यालय बिजली कटौती की अवधि पर नजर रख रहा है। यदि सभी संभव प्रयासों के बावजूद समय पर बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा। सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिए कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए क्षेत्रीय वरिष्ठ अभियंताओं को व्यक्तिगत रूप से बड़ी एवं गंभीर खराबी वाले स्थलों का दौरा कर मरम्मत कार्य में तेजी लानी चाहिए। श्री ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिए कि महावितरण का कोई भी कर्मचारी बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। लोकेश चंद्र द्वारा दिया गया।
तूफान और भारी बारिश के कारण बिजली व्यवस्था को नुकसान पहुंचने की संभावना है। इसलिए प्रत्येक जिला स्तर पर बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर, बिजली के तार, तेल व अन्य मशीनरी उपलब्ध होनी चाहिए। श्री. बिजली मंत्री ने संबंधित इंजीनियरों, कर्मचारियों और सभी एजेंसियों को बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जनशक्ति, सामग्री और वाहनों के साथ युद्ध स्तर पर तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। लोकेश चंद्र द्वारा निर्मित। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह से मानसून के आगमन के बाद होने वाली बरसात से निपटने के लिए महावितरण प्रणाली को तैयार किया जाना चाहिए।