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पीएमपी को लेकर उपमुख्यमंत्री ने विधान परिषद में स्वीकार की खामी!

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पुणे। शहर में यात्रियों की सुविधा के लिए पुणे महानगर परिवहन महामंडल लिमिटेड (पीएमपीएमएल) द्वारा विभिन्न स्थानों पर बनाए गए 35 बस शेल्टर (बसशेड) खराब स्थिति में हैं। इस बात को खुद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को विधान परिषद में स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि पीएमपी द्वारा शहर में बस शेल्टरों का सर्वेक्षण किया गया है और खराब हो चुके स्टेनलेस स्टील बसशेड की मरम्मत जल्द की जाएगी।

यात्रियों की सुविधा के लिए पीएमपी ने जगह-जगह बस शेल्टर बनाए हैं, लेकिन उनकी जर्जर स्थिति के कारण नागरिकों को परेशानी हो रही है। इस मुद्दे को विधान परिषद में विधायक उमा खापरे, प्रवीण दरेकर, प्रसाद लाड, निरंजन डावखरे और सदाशिव खोत ने तारांकित प्रश्न के रूप में उठाया। इस पर जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने 35 बसशेड के खराब होने की बात स्वीकार की।

उन्होंने बताया कि पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ महापालिका तथा पीएमआरडीए क्षेत्र में कुल 965 स्टेनलेस स्टील बसशेड हैं। पीएमपी इनकी मरम्मत का कार्य करती है। अब तक किए गए सर्वेक्षण में 35 बसशेड खराब पाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मेट्रो परियोजना या महापालिका के किसी कार्य के कारण पीएमपी को बसशेड हटाने पड़ते हैं, तो उन्हें अन्य स्थानों पर पुनर्स्थापित किया जाता है।

शहर के बढ़ते विस्तार और जनसंख्या को देखते हुए मौजूदा बस सेवा अपर्याप्त साबित हो रही है। यात्रियों की मांग को ध्यान में रखते हुए पीएमपी के बेड़े में और बसें शामिल करने की आवश्यकता है।

बनावट अपंग प्रमाणपत्र मामला

विधान परिषद में विधायक योगेश टिळेकर ने पुणे महापालिका में फर्जी अपंग प्रमाणपत्र के जरिए नौकरी पाने वाले सात इंजीनियरों पर की गई कार्रवाई का सवाल उठाया। इस पर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि महापालिका आयुक्त ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की थी। जांच में पांच कर्मचारियों के अपंग प्रमाणपत्र सही पाए गए हैं, जबकि बाकी दो कर्मचारियों की रिपोर्ट अभी लंबित है।

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