भारती विद्यापीठ के बायोमेडिकल इनोवेशन हैकाथॉन को मिला शानदार प्रतिसाद

पुणे. भारती विद्यापीठ अभियांत्रिकी महाविद्यालय (पुणे) और भारती विद्यापीठ डेंटल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (पुणे) के संयुक्त तत्वावधान में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के इंटर इंस्टीट्यूट बायोमेडिकल प्रोग्राम के अंतर्गत बायोमेडिकल इनोवेशन हैकाथॉन का आयोजन किया गया। अभियांत्रिकी महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. राजेश प्रसाद ने इस हैकाथॉन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश क्षीरसागर, डॉ. मिताली समद्दार, डॉ. स्टैफोर्ड माइकल और संतोष ओस्तवाल उपस्थित थे।
इस हैकाथॉन ने अभियांत्रिकी और चिकित्सा विज्ञान के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा, जिसमें स्वास्थ्य सेवा से जुड़े जटिल मुद्दों के समाधान पर विशेष ध्यान दिया गया। इस कार्यक्रम में कुल 48 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने डेंटल शेड मैचिंग के लिए ऑटोमेशन, ऑटिस्टिक व्यक्तियों में सेंसरी सेंसिटिविटी मैनेजमेंट, और डेंटल एक्सेसरीज के लिए इको-फ्रेंडली मटेरियल जैसी विभिन्न चुनौतियों पर अभिनव समाधान प्रस्तुत किए। इस हैकाथॉन के सफल आयोजन में डॉ. राजेश घोंगडे, वेंकटेश कुलकर्णी, डॉ. रवि नायर, डॉ. ज्वल्पा जामवाल और प्रो. शेखर शिंदे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हैकाथॉन के लिए डॉ. मिताली समद्दार, डॉ. स्टैफोर्ड माइकल, और संतोष ओस्तवाल ने निर्णायक मंडल के रूप में कार्य किया। इस कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के इंटर इंस्टीट्यूट बायोमेडिकल प्रोग्राम के तहत 20 लाख रुपये के अनुदान से किया गया।
प्रतिभागियों को अनुदान मिलने पर बधाई देते हुए कुलगुरु डॉ. विवेक सावजी ने कहा, “यह पहल विभिन्न विषयों के सहयोग को प्रोत्साहित करने की हमारी प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य समाज के कल्याण के लिए परिवर्तनकारी स्वास्थ्य समाधान प्रदान करना है।”इस अवसर पर डॉ. राजेश क्षीरसागर ने भी छात्रों और शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की।
यह हैकाथॉन और इससे प्राप्त अनुदान भविष्य में अंतरविषयक सहयोग के लिए प्रेरणादायक साबित होगा और भारती विद्यापीठ को बायोमेडिकल इनोवेशन और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने में मदद करेगा, ऐसा इस अवसर पर बताया गया।