गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार, पुणे कैंप में श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं पुण्यतिथि पर प्रेरणादायक कार्यक्रम

- गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार, पुणे कैंप में श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं पुण्यतिथि पर प्रेरणादायक कार्यक्रम
पुणे, 1दिसंबर — गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार, कैंप पुणे में 30नवंबर को श्री गुरु तेग बहादुर जी तथा उनके साथ शहीद हुए भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी की 350वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत हज़ूरी रागी भाई अमनदीप सिंह द्वारा भावपूर्ण कीर्तन से हुई, जिसने उपस्थित संगत को भाव-विभोर कर दिया।
इस विशेष कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण के रूप में गुरुद्वारा सिंगीत अकादमी, नवी मुंबई के 20 से अधिक विद्यार्थियों द्वारा पारंपरिक सिख वाद्य यंत्र तंती साज पर गुरु बाणी का प्रस्तुतीकरण रहा। विद्यार्थियों ने श्री गुरु तेग बहादुर जी की बाणी का उत्कृष्ट पाठ-कीर्तन कर सभी का मन मोह लिया।
गुरबानी सिंगीत अकादमी, गुरबानी सोशल फाउंडेशन से संबद्ध संस्था है, जो सानपाड़ा, पनवेल और कलंबोली स्थित तीन शाखाओं के माध्यम से सिख संगीत की शिक्षा प्रदान करती है। चेयरमैन सरदार चरणजीत सिंह साहनी के मार्गदर्शन में तथा प्रशिक्षक सरदार अमृतपाल सिंह और सरदारनी सुखजिंदर पाल कौर के नेतृत्व में इस संस्थान ने 4 वर्ष से लेकर 80 वर्ष तक के 100 से अधिक विद्यार्थी तंती साज, हारमोनियम, तबला और गुरबाणी के राग सीख रहे हैं।युवाओं में इस समृद्ध विरासत के प्रति रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से संस्था द्वारा विभिन्न स्थानों पर प्रतियोगिताएं और राग दरबार भी आयोजित किए जाते हैं।
गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार चरणजीत सिंह साहनी ने बताया कि जल्द ही गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार, पुणे कैंप में गुरबानी सिंगीत, हारमोनियम, तबला और तंती साज की नियमित कक्षाएं प्रारंभ की जाएंगी, ताकि अधिक से अधिक लोग सिख परंपरा के इस शाश्वत संगीत से जुड़ सकें।कार्यक्रम में भारी संख्या में संगत ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर शहीदों के महान बलिदान को नमन किया।



