
पुणे.”हर नागरिक को समान मतदान का अधिकार देने वाला भारतीय संविधान ही देश की असली पहचान है। जब तक हम संविधान के मूल्यों की रक्षा नहीं करेंगे, तब तक ‘श्रेष्ठ भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की कल्पना अधूरी रहेगी।” यह विचार महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने व्यक्त किया पुणे मनपा स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती पर आयोजित अभिवादन कार्यक्रम में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम “महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस लीगल विभाग” की ओर से आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि देश को संविधान आधारित दिशा में ले जाना, स्वायत्त संस्थाओं की रक्षा करना और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करना यह न केवल सरकार का बल्कि विपक्ष का भी कर्तव्य है। और यही सच्चे अर्थों में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम के संयोजक महासचिव एड. फैयाज शेख ने स्वागत एवं प्रस्तावना प्रस्तुत की। उपाध्यक्ष एड. शहीद अख्तर ने अपने विचार साझा किए। इस मौके पर एड. श्रीकांत पाटील, एड. सुरेश नांगरे, एड. बाळासाहेब बामणे, एड. विजय तिकोणे, एड. अतुल गुंड पाटील, एड. राजाभाऊ चांदेरे, एड. इरफान शेख, एड. सुरेश देवकर, एड. अलीस सैय्यद, इंटक के मनोहर गाडेकर, वरिष्ठ कांग्रेसजन सुरेश नांगरे, सुभाष जेधे, गणेश शिंदे, धनंजय भिलारे, विना कदम, अनिल धिमधीमे, विक्रांत धोत्रे आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर संविधान की प्रतियों का वितरण एवं सामूहिक वाचन किया गया।वक्ताओं ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक और गणराज्य व्यवस्था स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान का परिणाम है। अतः आज के समय में प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य बनता है कि वह संविधान के प्रति जागरूक रहे और उसके संरक्षण के लिए सजग रहे। यही डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन एड. राजेंद्र काळेबेरे ने किया।