शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ऑपरेशन अभ्यास के तहत छह स्थानों पर मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न – जिलाधिकारी जितेंद्र डुडी

पुणे .केंद्र सरकार के निर्देशानुसार पुणे जिले के विधान भवन, पुणे महानगरपालिका, पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका, वनाज औद्योगिक क्षेत्र, तळेगाव नगर परिषद तथा मुळशी पंचायत समिति — इन छह स्थानों पर ‘ऑपरेशन अभ्यास’ के अंतर्गत मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। सभी स्थलों पर मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक संपन्न होने के पश्चात विधान भवन परिसर में जिलाधिकारी जितेंद्र डुडी ने मीडिया को जानकारी दी।
इस अवसर पर विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, नागरी संरक्षण दल के उपनियंत्रक कर्नल प्रशांत चतुर, अपर आयुक्त अरुण आनंदकर, जिल्हा शल्य चिकित्सक डॉ. नागनाथ यमपल्ले, जिल्हा आपदा प्रबंधन अधिकारी विठ्ठल बनोटे तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी डुडी ने बताया कि मॉक ड्रिल में सभी आवश्यक पहलुओं को शामिल किया गया था। प्रारंभ में सायरन बजाया गया, फिर कृत्रिम रूप से विस्फोट किया गया और उसके बाद आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इस दौरान इमारतों में फंसे लोगों को एनडीआरएफ की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन दल और नागरी संरक्षण दल ने मिलकर समन्वित कार्य किया और सभी विभागों ने समय पर प्रतिक्रिया दी। स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा तत्काल एंबुलेंस सेवा और अन्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई, वहीं अग्निशमन विभाग ने भी अपनी जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाई। मॉक ड्रिल की पूरी प्रक्रिया 25 से 60 मिनट के भीतर पूरी की गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने हेतु ग्राम पंचायत, सरपंच, ग्रामसेवक और स्थानीय नागरिकों ने भी सक्रिय भागीदारी की। प्रशासन ने बहुत ही कम समय में तैयारी कर सभी विभागों ने अपनी तय की गई जिम्मेदारियां कुशलतापूर्वक निभाईं।
विधान भवन परिसर, पुणे महानगरपालिका, पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका, वनाज औद्योगिक क्षेत्र, मुळशी पंचायत समिति और तळेगाव नगर परिषद — इन सभी स्थलों पर एक ही समय पर दोपहर 4 बजे मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस ड्रिल में नागरी संरक्षण दल, एनडीआरएफ, पुलिस, राजस्व, स्वास्थ्य, नगर परिषद, महानगरपालिका, अग्निशमन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, रेड क्रॉस सोसाइटी, एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र और महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
जिलाधिकारी डुडी ने कहा कि यह मॉक ड्रिल आपदा की स्थिति में सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने हेतु आयोजित की गई थी।