विकास पत्रकारिता कार्यशाला सम्पन्न: पत्रकारों को शासकीय योजनाओं की दी गई जानकारी

पुणे. विभागीय सूचना कार्यालय, पुणे और पुणे श्रमिक पत्रकार संघ के संयुक्त तत्वावधान में पत्रकार भवन में विकास पत्रकारिता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य पत्रकारों को उनके लिए उपलब्ध शासकीय योजनाओं की जानकारी देना था।
इस अवसर पर राज्य अधिस्वीकृति समिति के सदस्य एस. एम. देशमुख, स्वप्नील बापट, शरद पाबळे, विभाग के सूचना उपसंचालक डॉ. किरण मोघे, पुणे विभागीय अधिस्वीकृति समिति के अध्यक्ष हरीश पाटणे, सदस्य सुनीत भावे, चंद्रसेन जाधव, पुणे पत्रकार संघ के कोषाध्यक्ष शिवाजी शिंदे, महासचिव मीनाक्षी गुरव सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
डॉ. मोघे ने बताया कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर पत्रकारों के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का विकास केवल सूचना तक सीमित नहीं, बल्कि यह समाज के प्रति जिम्मेदारी, मूल्यांकन और विश्लेषण से भी जुड़ा हुआ है। राज्य सरकार द्वारा विकास पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए पुरस्कार भी प्रदान किए जाते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि स्व. शंकरराव चव्हाण पत्रकार कल्याण निधि के तहत अधिस्वीकृति प्राप्त पत्रकार, उनके आश्रित पति/पत्नी और दो बच्चों को गंभीर बीमारी के इलाज हेतु ₹15,000 से ₹1 लाख तक की सहायता दी जाती है। केंद्र सरकार की पत्रकार कल्याण योजना के तहत भी पात्र पत्रकारों को आर्थिक मदद मिलती है। डॉ. मोघे ने आचार्य बाळशास्त्री जांभेकर पत्रकार सन्मान योजना और अधिस्वीकृति नियमों की भी जानकारी दी तथा पत्रकारों से इन योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाने की अपील की।
एस. एम. देशमुख ने कहा कि कई पत्रकार इन लाभदायी योजनाओं से अनभिज्ञ रहते हैं, जिससे वे वंचित रह जाते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि सूचना विभाग को इन योजनाओं की पुस्तिका प्रकाशित कर वितरण करना चाहिए। उन्होंने बताया कि पत्रकार सन्मान योजना के अंतर्गत पात्र पत्रकारों को प्रति माह ₹11,000 की सहायता दी जाती है, जो देश में अपनी तरह की सबसे बड़ी सहायता राशि है।
देशमुख ने वरिष्ठ पत्रकार संवर्ग, कोटा पद्धति, आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी भी साझा की और कहा कि पुणे समिति ने इस दिशा में अच्छी पहल की है।
श्री पाटणे ने बताया कि ग्रामीण पत्रकारों को योजनाओं की जानकारी नहीं होने से उनके आवेदन नहीं आ पाते थे, लेकिन पिछले डेढ़ साल में पुणे विभागीय अधिस्वीकृति समिति द्वारा दी गई जानकारी के सकारात्मक परिणाम दिखे हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही सातारा में भी ऐसी कार्यशाला आयोजित की जाएगी।कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री सुनीत भावे ने कहा कि पत्रकारों को योजनाओं की जानकारी होना आवश्यक है और इसी उद्देश्य से पुणे श्रमिक पत्रकार संघ ने यह कार्यशाला आयोजित की है।
कार्यशाला के दौरान उपस्थित पत्रकारों की शंकाओं का समाधान भी किया गया। विभिन्न समाचार पत्रों और मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।