रुपाली-वैशाली हॉटेल के सामने ‘नो पार्किंग’ पर पुनर्विचार की मांग
बीजेपी प्रवक्ता संदीप खर्डेकर ने उपायुक्त को सौंपा पत्र

पुणे .फर्ग्युसन कॉलेज रोड (गोपालकृष्ण गोखले मार्ग) पर स्थित प्रसिद्ध रुपाली और वैशाली होटलों के सामने वर्षों से लागू ‘नो पार्किंग’ निर्णय पर पुनर्विचार की मांग उठने लगी है। भाजपा के प्रवक्ता संदीप खर्डेकर ने इस संबंध में पुलिस उपायुक्त (वाहतूक) अमोल झेंडे को एक पत्र सौंपा है और इस पुराने निर्णय की तात्कालिक आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं।
खर्डेकर ने आवेदन में ज्रिक करते हुए लिखा कि, 10-12 वर्ष पूर्व जंगली महाराज रोड पर हुए बम धमाकों के बाद एहतियातन यह ‘नो पार्किंग’ नियम लागू किया गया था। लेकिन तब से अब तक इस निर्णय की पुनर्समीक्षा नहीं की गई है। उन्होंने सवाल उठाया है कि आज के परिवेश में इस नियम की क्या आवश्यकता है और क्या प्रशासन या पुलिस विभाग ने इसका कोई आकलन किया है?
खर्डेकर का कहना है कि पूरी सड़क पर केवल इन दो होटलों के सामने ही ‘नो पार्किंग’ लागू है, जबकि वहां प्रतिदिन गाड़ियां खड़ी होती हैं। कई बार वाहनचालक गाड़ी में ही बैठे रहते हैं या होटल के मालिक/ग्राहक आते-जाते रहते हैं। ऐसे में यह नियम सिर्फ “दुर्लभ कार्रवाई” तक सीमित होकर रह गया है, जिससे आम नागरिकों को अनावश्यक दंड भुगतना पड़ता है।
उन्होंने मांग की है कि वर्तमान समय और यातायात की वास्तविक स्थितियों के अनुसार इस नियम पर पुनर्विचार कर या तो इसे हटाया जाए या स्पष्ट और तार्किक नीति बनाई जाए