राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के स्थापना दिवस पर जयंत पाटील ने प्रदेशाध्यक्ष पद से मांगी मुक्ति

पुणे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर पुणे के बालगंधर्व रंगमंदिर में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने अपने दमदार भाषण के अंत में अध्यक्ष पद से मुक्ती के संकेत दिए। इस कार्यक्रम में पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष शरद पवार, सुप्रिया सुले सहित तमाम वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
जयंत पाटील ने कहा, “मुझे पवार साहेब ने सात वर्षों तक बड़ी जिम्मेदारी दी, अब समय है कि नए चेहरों को मौका मिले। अंतिम निर्णय पवार साहेब को लेना है, क्योंकि यह उनका ही दल है।”
अपने भाषण में उन्होंने केंद्र सरकार, चुनाव आयोग, और हाल की चुनाव प्रक्रियाओं पर भी तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि “यह लड़ाई तुकाराम बनाम नथुराम की है। हमें अब सड़कों पर उतरना होगा।”
त्यागपत्र कि संकेत देते ही कार्यकर्ताओं में गहमा-गहमी का माहौल बन गया, कई कार्यकर्ता खड़े होकर विरोध जताने लगे। लेकिन पाटील ने दोहराया कि “पार्टी को आगे ले जाने के लिए यह आवश्यक है।”
इस मौके पर सुप्रिया सुले के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का पक्ष रखनेवाले शिष्टमंडल की भी सराहना की गई। कार्यक्रम में जयंत पाटील का यह भाषण राजनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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शरद पवार ने तुरंत किया इनकार
जैसे ही प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने अधिवेशन में भाषण देते हुए अपने प्रदेशाध्यक्ष पद से मुक्त होने की इच्छा सार्वजनिक रूप से व्यक्त की मंच पर बैठे राकांपा नेता शरद पवार ने इसका बीच में ही खड़े होकर विरोध किया और कहा कि, हम आपकी भावनाओं की कद्र करते हैं किन्तु यह निर्णय स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव पश्चात ही लिया जाएगा। पवार के इस एक वाक्य ने राजनीतिक पंडितों के कयासों पर तुरंत पूर्णविराम लगा दिया।