पिंपरी में धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ — सिंधी समाज में हड़कंप, दो आरोपी गिरफ्तार

पुणे. पिंपरी चिंचवड़ शहर में धर्मांतरण के एक बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे सिंधी समाज में हड़कंप मचा दिया है। अमेरिका से बिजनेस वीज़ा पर भारत आए दो व्यक्तियों को पिंपरी में अवैध रूप से धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सोमवार को की गई, और इसने समाज के विभिन्न वर्गों में चिंता की लहर दौड़ा दी है।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी सुनियोजित तरीके से सिंधी समाज के लोगों को निशाना बनाकर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहे थे। आरोपियों का उद्देश्य था कि भावनात्मक और आर्थिक लालच देकर बड़ी संख्या में लोगों को उनके मूल धर्म से विमुख किया जाए।
ध्यान देने वाली बात यह है कि आरोपी अमेरिका से बिजनेस वीजा लेकर भारत आए थे, लेकिन यहां आकर उन्होंने धार्मिक गतिविधियों की आड़ में यह साजिश रची। इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए साक्ष्य जुटाए और दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए शख्स के नाम शैफर्ड जविन जैकब निवासी अमेरिका और स्टीवन विजय कदम निवासी उद्योग नगर अजमेरा पिंपरी है। शैफर्ड पहली बार 2016 में भारत आया था उसके बाद वह लगातार भारत आ रहा है।
घटना के सामने आने के बाद सिंधी समाज में आक्रोश फैल गया है। समाज के नेताओं ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए। यह केवल एक समाज की नहीं, बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक अखंडता पर हमला है।
इस प्रकरण ने यह साफ कर दिया है कि विदेश से आने वाले कुछ तत्व किस प्रकार सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन और सरकार इस प्रकार के तत्वों के खिलाफ क्या ठोस कदम उठाते हैं।
कोट
“धर्मांतरण के नाम पर देश की संस्कृति से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
– समाजसेवी संगठनों की एक स्वर में मांग