ऑर्डनेंस फैक्ट्री अनुदानित स्कूलों में छात्रों को अब पूरी फीस माफ – पद्मश्री मिलिंद कांबले का बड़ा फैसला
गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों को मिलेगा निःशुल्क शिक्षा का लाभ, शैक्षणिक वर्षभर चलाया जाएगा विशेष अभियान

पुणे. ऑर्डनेंस फैक्ट्री एम्प्लॉइज एजुकेशन सोसायटी (रेंजहिल्स सेकेंडरी स्कूल ग्रुप) की अनुदानित शालाओं में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से अब किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह ऐतिहासिक और संवेदनशील निर्णय आज पद्मश्री मिलिंद कांबळे ने अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालते ही पहली ही कार्यकारिणी बैठक में घोषित किया।
पद्मश्री कांबळे जो कि दलित इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स अँड इंडस्ट्री (DICCI) के संस्थापक भी हैं, हाल ही में इस शैक्षणिक संस्था के अध्यक्ष बनाए गए हैं। कार्यभार संभालने के तुरंत बाद आयोजित पहली बैठक में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि संस्था का उद्देश्य अब केवल शिक्षण प्रदान करना नहीं, बल्कि शिक्षा को वंचित वर्ग तक सुलभ बनाना भी रहेगा।
उन्होंने कहा, “रेंजहिल्स स्कूल का अगले एक वर्ष में पूर्ण कायाकल्प किया जाएगा। कोई भी बच्चा जो शिक्षा पाना चाहता है, उसे प्रवेश दिया जाएगा।”
विशेष शिक्षा अभियान की होगी शुरुआत
खडकी, दापोडी, झोपड़पट्टी परिसर, रेंजहिल्स के कर्मचारी वर्ग और आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों के बच्चों को शिक्षा से वंचित न रखा जाए, इसके लिए विशेष शिक्षा अभियान चलाने की भी घोषणा की गई। स्कूल प्रबंधन द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर इच्छुक छात्र को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ शिक्षा मिले।
संस्था की स्थापना 1966 में हुई थी, और तब से खडकी एम्युनिशन फैक्ट्री के कर्मचारियों एवं आस-पास के जरूरतमंद समुदाय के बच्चों को शिक्षण सुविधा प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर संस्था के उपाध्यक्ष शैलेन्द्र जगताप, सहसचिव राजेन्द्र साळवे, संचालक गौतम भोसले सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
यह निर्णय सामाजिक समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पद्मश्री मिलिंद कांबळे के नेतृत्व में यह संस्था भविष्य में शिक्षा के क्षेत्र में कई परिवर्तनकारी निर्णय ले सकती है, ऐसी उम्मीद व्यक्त की जा रही है।