शिवाजी महाराज के 12 किले यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल
पुणे में पेड़े बांटकर मनाया गया उत्सव

पुणे. छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित हिन्दवी स्वराज्य की वीरता और शौर्य का प्रतीक माने जाने वाले 12 किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में स्थान मिला है। इस ऐतिहासिक निर्णय का पुणे के लाल महल परिसर में जोरदार उत्सव के साथ स्वागत किया गया। भाजपा विधायक हेमंत रासने ने पेठे बांटकर नागरिकों के साथ अपनी खुशी साझा की।
इस अवसर पर पारंपरिक पोशाक और भगवा साफा पहनकर बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और नागरिक उपस्थित थे। मिठाइयों का वितरण किया गया और पटाखों की आतिशबाजी से वातावरण उत्सवमय हो गया। “जय भवानी, जय शिवाजी” के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा।
इस अवसर पर विधायक रासने ने कहा, “शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित दुर्गसंस्कृति मराठा साम्राज्य की असाधारण सैन्य शक्ति का प्रतीक है। इन किलों को विश्व स्तर पर मान्यता मिलना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। इससे महाराष्ट्र में पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी और शिवाजी महाराज की गौरवगाथा अब विश्व के कोने-कोने तक पहुंचेगी।”
उन्होंने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और राज्य के सांस्कृतिक कार्यमंत्री आशीष शेलार सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
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गणेशोत्सव को ‘राज्य उत्सव’ का दर्जा देने पर सरकार का आभार
विधायक हेमंत रासने ने बताया कि वे पिछले 35-40 वर्षों से गणेशोत्सव में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में मांग की थी कि 1893 में लोकमान्य टिळक द्वारा शुरू किया गया यह पर्व, जो आज 175 देशों में मनाया जाता है, उसे महाराष्ट्र का ‘राज्य उत्सव’ घोषित किया जाए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मांग को तत्काल मान्यता दी, जिसके लिए उन्होंने उनका विशेष आभार प्रकट किया।