
पुणे। शहर में अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ पुणे महानगरपालिका ने सख्त रुख अपनाया है। आयुक्त नवलकिशोर राम ने ‘एक्टिव मोड’ में कार्रवाई करते हुए चार क्षेत्रीय कार्यालयों की हद में पाए गए 88 अवैध होर्डिंग्स में से 24 को तुरंत हटाने के आदेश दिए।
महापालिका की ओर से लगभग 2640 अधिकृत होर्डिंग्स को लाइसेंस दिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद शहर में बड़ी संख्या में अवैध होर्डिंग्स खड़े किए गए हैं। बारिश से पहले सुरक्षा की दृष्टि से अवैध होर्डिंग्स हटाने का आदेश जारी किया गया था। हालांकि, 14 क्षेत्रीय कार्यालयों ने अपनी रिपोर्ट में मात्र 24 अवैध होर्डिंग्स बताए थे। इस संदिग्ध आंकड़े की जांच के लिए आयुक्त ने स्वतंत्र पथक नियुक्त किया।
इस जांच में नगररस्ता-वडगांव शेरी क्षेत्र में 35, हडपसर-मुंढवा में 37, वानवड़ी-रामटेकड़ी में 11 और येरवडा-कळस-धानोरी में 5 ऐसे कुल 88 अवैध होर्डिंग्स सामने आए। इनमें से 24 होर्डिंग्स को तत्काल हटा दिया गया।
आयुक्त नवलकिशोर राम ने स्पष्ट कहा, “अवैध होर्डिंग्स को संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। स्वतंत्र पथक लगातार निरीक्षण करेगा और झूठी जानकारी देने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।”
हाल ही में वाघोली क्षेत्र में एक होर्डिंग गिरने से हादसा हुआ था, जिसके बाद सुरक्षा का मुद्दा गंभीर हो गया था। ऐसे में यह कार्रवाई सार्वजनिक सुरक्षा और शहर की दृश्य सौंदर्यता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इसी बीच, नगररस्ता-वडगांव शेरी विभाग में गलत रिपोर्ट (सिर्फ सात अवैध होर्डिंग्स दिखाने) प्रस्तुत करने के मामले में एक वरिष्ठ लिपिक को निलंबित किया गया है, जबकि एक कनिष्ठ लिपिक की एक वेतनवृद्धि रोकी गई है।
महापालिका का कहना है कि यह कार्रवाई चरणबद्ध तरीके से आगे भी जारी रहेगी ताकि नियम और अनुशासन कायम रह सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।