सुबह 7 बजे आयुक्त शेखर सिंह ने किया विसर्जन घाटों का निरीक्षण
गणेशोत्सव को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश

पिंपरी। गणेशोत्सव के मद्देनजर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका आयुक्त एवं प्रशासक शेखर सिंह ने आज सुबह मोशी खदान सहित शहर के प्रमुख गणेश विसर्जन घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को घाटों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण दौरे की शुरुआत मोशी खदान से हुई। आयुक्त सिंह ने कहा कि मोशी खदान की ओर जाने वाले मार्ग की मरम्मत कर उस पर मुरूम डाला जाए। यहां सभी आठ प्रभागों से आने वाली गणेश मूर्तियों के विसर्जन की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए पर्याप्त कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग की टीमें और सुरक्षा रक्षक तैनात रहें। साथ ही, घाटों पर सीसीटीवी कैमरे, लाइट, मंडप, पेयजल जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
मोशी खदान के बाद आयुक्त ने मोशी स्थित इंद्रायणी नदी घाट, पिंपरी के पवना नदी स्थित झुलेलाल घाट और सांगवी के पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर घाट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विसर्जन के दिनों में भीड़ नियंत्रण के विशेष उपाय किए जाएं। घाटों पर निर्माल्य कुंड की व्यवस्था हो, कृत्रिम विसर्जन हौद स्वच्छ और उपयोगी बनाए जाएं, घाटों का सौंदर्यीकरण हो, दिशा-निर्देशक फलक लगाए जाएं तथा जीवनरक्षक, अग्निशमन विभाग और आपदा प्रबंधन दल मौके पर मौजूद रहें।
आयुक्त सिंह ने आगे कहा कि विसर्जन घाटों पर आने वाली मूर्तियों का रिकॉर्ड रखा जाए। यह दर्ज किया जाए कि मूर्ति पीओपी की है या शाडू मिट्टी की, साथ ही मूर्ति की ऊँचाई 5 फुट से अधिक है या नहीं।
निरीक्षण के दौरान महापालिका के शहर अभियंता मकरंद निकम, सहआयुक्त मनोज लोणकर, मुख्य अभियंता संजय कुलकर्णी, उपायुक्त अण्णा बोदडे, क्षेत्रीय अधिकारी किशोर ननावरे, मुख्य सुरक्षा अधिकारी उदय जरांडे, आपत्ती प्रबंधन अधिकारी ओमप्रकाश बहिवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।