
पुणे। कला, संस्कृति, संगीत, नृत्य, क्रीड़ा और पर्यटन विकास का अद्वितीय संगम माने जाने वाला ‘पुणे फेस्टिवल’ इस वर्ष अपने ३७वें संस्करण में प्रवेश कर रहा है। यह महोत्सव २७ अगस्त से ६ सितम्बर तक पुणे शहर के विविध स्थलों पर उत्साह और पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया जाएगा।
इस भव्य उत्सव का शुभारंभ आज श्री की प्रतिष्ठा से होगी। समारोह का आयोजन बुधवार, २७ अगस्त को प्रातः १० बजे होटल सारस, नेहरू स्टेडियम, पुणे में किया गया है। पुणे महानगरपालिका के आयुक्त नवल किशोर राम अपनी धर्मपत्नी के साथ प्रतिष्ठापना का पुण्य कार्य संपन्न करेंगे। यह प्राण प्रतिष्ठा वेदमूर्ति पं. धनंजय घाटे गुरुजी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न कराएंगे।
इस अवसर पर पुणे फेस्टिवल समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहेंगे। होटल सारस व उसके परिसर को आकर्षक सजावट, रंगीन रोशनी, पुष्पसज्जा और पारंपरिक वाद्य ध्वनि से सुसज्जित किया गया है, जिससे पूरा वातावरण भव्य और मंगलमय हो उठा है।
त्यौहार के दौरान इस वर्ष भी शास्त्रीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य, नाटक, चित्रकला, शिल्पकला, लोककला के साथ-साथ फॅशन शो, फूड फेस्टिव्हल, योग, मार्शल आर्ट्स, क्रीड़ा प्रतियोगिताएँ, आध्यात्मिक कार्यक्रम और पर्यटन गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। देश-विदेश से अनेक कलाकार और पर्यटक इस आयोजन में हिस्सा लेंगे।
‘पुणे फेस्टिवल’ की खासियत यह है कि यह केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा को आधुनिकता से जोड़ने वाला एक सांस्कृतिक सेतु है। इस बार भी आयोजकों ने “ग्लोबल टच विद इंडियन स्पिरिट” की संकल्पना को ध्यान में रखकर विविध कार्यक्रमों की आखिरी रूपरेखा तैयार की है।
आयोजक समिति ने नागरिकों से अपील की है कि वे परिवार सहित पुणे फेस्टिवल में सहभागी बनें और कला, संस्कृति व परंपरा का आनंद लेकर इस उत्सव को और भव्य सफलता प्रदान करें।