अमित गोरखे ने पिंपरी–चिंचवड़ निगम में कर सर्वेक्षण घोटाले पर उठाया बड़ा सवाल

पुणे : महाराष्ट्र विधानसभा के सत्र में पिंपरी–चिंचवड़ महानगरपालिका के कर संकलन विभाग में कथित गंभीर अनियमितताओं, अतिरिक्त कर वसूली और नियमों के विपरीत बिल जारी किए जाने के मामले पर विधायक अमित गोरखे ने व्यापक और आक्रामक सवाल उठाए।
आमदार गोरखे ने बताया कि स्थापत्य कंसल्टेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 47 करोड़ रुपये की संपत्ति सर्वेक्षण का काम दिया गया था। इसके बाद ‘ड्रोन सर्वेक्षण’ के नाम पर 29 करोड़ रुपये और अतिरिक्त लिए गए। उन्होंने सवाल उठाया कि यह ड्रोन सर्वेक्षण वास्तव में कितना किया गया, इसके बिल की जांच कौन करेगा और क्या फ्लाइंग डेटा, वास्तविक निरीक्षण और तकनीकी रिपोर्ट तैयार की गई।
उन्होंने ने यह भी कहा कि ठेकेदारों द्वारा नागरिकों से गलत और नियमबाह्य तरीके से कर वसूला गया, कई लोगों ने शिकायत की कि बोगस माप, गलत पद्धति से रिकॉर्डिंग और सुधारित कर के नाम पर अतिरिक्त राशि वसूली गई। उन्होंने सवाल किया कि क्या महानगरपालिका ने इस पूरे मामले की थर्ड पार्टी ऑडिट करवाई है. पूछा कि क्या टेंडर प्रक्रिया नियमों के अनुसार नहीं की गई थी, और क्या इससे निगम को आर्थिक नुकसान हुआ है। यदि हुआ है तो कौन जिम्मेदार है और अब तक क्या कार्रवाई हुई।उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि 3,70,213 संपत्तियों से कर वसूली नहीं हुई, जिससे निगम को कितने करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और यह जिम्मेदारी किसकी है। गोरखे ने साफ कहा, “अगर लाखों नागरिकों से गलत तरीके से कर वसूला गया है, तो यह राशि निगम को लौटानी होगी, किसी ठेकेदार की नहीं।” उन्होंने पूछा कि इसके लिए कौन सी योजना बनाई जा रही है।

