नवले पुल पर एक और भीषण हादसा,, पांच की मौत — आंकड़ा बढ़ने की आशंका
दो कंटेनर और कार में टक्कर के बाद लगी भीषण आग

पुणे. पुणे-बेंगलुरु महामार्ग के नवले पुल क्षेत्र में गुरुवार शाम एक और दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। दो कंटेनर और एक कार के बीच हुई जबरदस्त टक्कर के बाद तीनों वाहनों में आग लग गई। कार दोनों कंटेनरों के बीच बुरी तरह फंस गई और कुछ ही पलों में आग का गोला बन गई। अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तीनों वाहन एक ही दिशा में तेज रफ्तार से जा रहे थे। अचानक आगे चल रहे कंटेनर ने ब्रेक लगाया, जिससे पीछे चल रही कार कंटेनर से जा टकराई। उसी दौरान पीछे से आ रहे दूसरे कंटेनर ने कार को जोरदार टक्कर मारी। टक्कर के तुरंत बाद दोनों कंटेनरों में आग भड़क उठी, जिसने देखते ही देखते कार को अपनी चपेट में ले लिया।
घटनास्थल पर जोरदार धमाका हुआ। आस-पास के लोग आवाज सुनते ही मौके पर पहुंचे, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि कोई पास नहीं जा सका। एक चश्मदीद ने बताया कि ट्रक में फंसा एक व्यक्ति “बचाओ-बचाओ” चिल्ला रहा था, पर स्फोट के डर से कोई आगे नहीं बढ़ पाया।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, कंटेनर का ब्रेक फेल होने से यह हादसा हुआ। कार में एक परिवार सवार था, जिसमें चार से पांच लोग बताए जा रहे हैं। सभी की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद पुणे-बेंगलुरु महामार्ग पर लंबा जाम लग गया। अग्निशमन दल और पुलिस ने तुरंत पहुंचकर आग पर काबू पाने के लिए कड़े प्रयास किए, पर तब तक सबकुछ जलकर राख हो चुका था।
अधिक जानकारी के अनुसार 13 नवंबर की शाम के समय, पुणे-बेंगलुरु हाईवे पर स्थित नवले ब्रिज क्षेत्र में एक भयंकर बहु-वाहन दुर्घटना घटी। बताया जा रहा है कि कंटेनर ट्रक तथा अन्य गाड़ियाँ आपस में टकराईं और उनमें से 2–3 वाहन आग की लपटों में जल गए।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस हादसे में कम-से-कम 5 लोगों की मौत हुई और 10 से अधिक लोग घायल हैं।
अब तक नवले ब्रिज पर भयानक सड़क में 31 से ज्यादा लोगों की गई है जान
नवले ब्रिज का यह तिहाड़ा (महाराष्ट्र में सतह-सड़क खंड) वर्षों से उच्च दुर्घटना प्रवण क्षेत्र यानी ब्लैक स्पॉट रहा है। कुछ महत्वपूर्ण तथ्य इस प्रकार हैं:
2022 में इस ब्लैक स्पॉट पर 31 दुर्घटनाएँ दर्ज हुईं — यह पुणे शहर के 23 ऐसे स्थानों में सबसे अधिक थी।
पिछले पाँच वर्षों की समीक्षा में नवले ब्रिज एवं उसके आसपास के हिस्से में 108 दुर्घटनाएँ हुईं और इनमे 31 लोगों की मौत हुई।
एक शोध में यह बात सामने आई है कि इस क्षेत्र में वाहन ब्रेक फेलियर, उतार-चढ़ाव वाला रस्ता, तेज गति एवं सड़क डिजाइन संबंधी कमियाँ प्रमुख कारण हैं।
इस हादसे के बाद क्या चुनौतियाँ सामने हैं?दुर्घटना-स्थान पर स्लोप (ढाल) और मोड़ है, जहाँ ब्रेक फेल होने या नियंत्रण खोने की अधिक संभावना बनीरहती है।
इस मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन अधिक है — कंटेनर, ट्रक आदि — जिससे जोखिम बढ जाता है।
अग्निशमन, फुटब्रिज, आईकरण और बचाव कार्यों के समय ट्रैफिक जाम तथा पहुँच-समस्या होती रही है।
इस ब्लैक स्पॉट में रक्तरुह अलर्ट के बाद भी प्रभावी इंजीनियरिंग सुधार, गति नियंत्रण और चालक शिक्षा पर्याप्त नहीं दिखाई दे रही।
राज्य तथा स्थानीय प्रशासन से अनुरोध है कि इस स्थान पर तेजी से सड़क डिजाइन सुधार, ब्रेक फेल टाइम ब्रेक डाउन सिस्टम, स्लो डाउन चेतावनी बोर्ड आदि लगाएं जाएँ।
नवले ब्रिज, पुणे-बंगालुरु हाईवे पर, अब एक गंभीर चेतावनी संकेत बन चुका है — जहाँ दुर्घटनाओं का इतिहास है, और आज फिर एक जानलेवा हादसा हुआ है। इस हादसे में झटपट पहुँच-समय, बचाव-तंत्र और मूलभूत सड़क-सुरक्षा उपायों की कमियाँ उजागर हुई हैं। समय आ गया है कि सिर्फकालीन निरीक्षण के बजाय, ठोस सुधारात्मक कदम उठाये जाएँ — तभी इस मार्ग को सुरक्षित कहा जा सकता है।



