“रोहिणी खडसे का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं” -सुप्रिया सुले का बड़ा बयान
ससून हॉस्पिटल में रिपोर्ट बदलने की जताई आशंका

पुणे . रेव पार्टी प्रकरण में राष्ट्रवादी शरद पवार गट की महिला प्रदेशाध्यक्ष रोहिणी खडसे के पति प्रांजल येवलकर की गिरफ्तारी से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है। इस मुद्दे पर जहां एक ओर विपक्ष हमलावर हो गया है और रोहिणी खडसे से इस्तीफे की मांग तेज हो रही है, वहीं दूसरी ओर पार्टी की वरिष्ठ नेत्री सुप्रिया सुले खुलकर उनके समर्थन में उतर आई हैं।
एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा, “रोहिणी खडसे का इस प्रकरण से क्या संबंध? उनका पति इस मामले में है, इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। एक महिला अगर सक्षम होकर अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है, तो पुरुषों को क्या दिक्कत हो रही है?”
सुले ने आगे कहा कि वे और उनकी पार्टी रोहिणी खडसे के साथ पूरी मजबूती से खड़ी हैं। साथ ही उन्होंने ससून हॉस्पिटल से जुड़ा एक गंभीर दावा करते हुए आशंका जताई कि पहले भी जो घटनाएं ससून में हुई हैं, उन्हें देखते हुए इस प्रकरण में मेडिकल रिपोर्ट बदलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
सुप्रिया सुले ने भाजपा नेता शिरसाट पर भी निशाना साधते हुए कहा, “कल माधुरी मिसाल को लेकर जो पत्र शिरसाट ने लिखा, वह महिला सक्षम है। उसे बैठकों का अधिकार है। फिर आपको क्यों तकलीफ हो रही है?”
इस प्रकरण में उल्लेखनीय है कि रेव्ह पार्टी एक उच्चभ्रू परिसर में आयोजित की गई थी, जिसमें ५ पुरुष और २ महिलाएं शामिल थीं। इनमें से प्रांजल येवलकर, जो एकनाथ खडसे के दामाद हैं, को भी गिरफ्तार किया गया है। पुणे कोर्ट ने सभी आरोपियों को २९ जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
इस घटनाक्रम ने राज्य में चल रहे हनीट्रैप विवाद और महायुती-महाविकास आघाड़ी के बीच बढ़ती तकरार को और भी हवा दे दी है। एकनाथ खडसे पहले से ही महायुती के नेताओं पर तीखे हमले कर रहे हैं, और अब उनके दामाद की गिरफ्तारी ने इस राजनीतिक ड्रामे को और अधिक गहरा बना दिया है।