व्यापार

स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने भारत में 5,00,000 इंजन का उत्पादन कर उपलब्धि हासिल की

Spread the love
  • स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने 5,00,000 इंजन निर्माण का आंकड़ा पार किया
  • एसएवीडब्ल्यूआईपीएल (SAVWIPL) ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ और #मेकइनइंडिया (#MakeInIndia) पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई
  • चाकन प्लांट भारत के ऑटोमोबाइल निर्माण क्षेत्र में लोकलाइजेशन और इनोवेशन का नेतृत्व कर रहा है

 पुणे, : स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसएवीडब्ल्यूआईपीएल या SAVWIPL) ने अपने पुणे स्थित अत्याधुनिक चाकन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में 5,00,000 इंजनों का उत्पादन कर एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह सभी इंजन स्थानीय स्तर पर बनाए गए हैं। यह उपलब्धि न केवल समूह की निर्माण क्षमताओं को दर्शाती है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ पहल के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को भी मजबूती देती है। इस प्लांट में तैयार किए गए पावरट्रेन सॉल्युशन न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक बाजारों में भी सप्लाई हो रहे हैं।

यह उपलब्धि भारत को फोक्सवैगन समूह के लिए एक प्रमुख निर्माण और निर्यात केंद्र के रूप में और भी सशक्त बनाती है। सतत निर्माण और तकनीकी प्रगति पर जोर देते हुए चाकन प्लांट समूह की वैश्विक रणनीति में महत्वपूर्ण योगदान देता आ रहा है।

इस उपलब्धि पर स्कोडा ऑटो ए.एस. के बोर्ड मेंबर (प्रोडक्शन एवं लॉजिस्टिक्स) आंद्रेयास डिक ने कहा, “पुणे प्लांट में 5,00,000 इंजन का उत्पादन भारत की हमारी वैश्विक निर्माण रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। हमने टेक्नोलॉजी और वर्कफोर्स डेवलपमेंट में निरंतर निवेश किया है, जिससे हमारे उत्पादन की गुणवत्ता और कॉस्ट-इफेक्टिवनेस में सुधार हुआ है। भारत की एडवांस मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम और स्किल्ड वर्कफोर्स हाई-क्वालिटी, प्रभावशाली पॉवरट्रेन सॉल्युशन की बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह उपलब्धि भारत की समूह के अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशंस और भविष्य की वृद्धि को सपोर्ट करने की क्षमताओं में हमारे विश्वास को और मजबूत करती है।”

स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ पीयूष अरोड़ा ने कहा, “यह उपलब्धि पावरट्रेन मैन्युफैक्चरिंग में लोकलाइजेशन और इनोवेशन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। 2014 से हमने एक मजबूत नींव बनाई है और बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप विश्वस्तरीय इंजन विकसित किए हैं। हमारे ‘मेड-इन-इंडिया’ इंजनों में उच्च स्तर का लोकलाइजेशन है, जो भारतीय ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई इकोसिस्टम को सशक्त बनाने पर हमारे समूह के फोकस को दर्शाता है। हम अपनी क्षमताओं को और बढ़ाने और भारत को विश्वस्तरीय ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने के लिए निवेश करना जारी रखेंगे।”

स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया पर्यावरणीय जिम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए एडवांस पावरट्रेन टेक्नोलॉजी विकसित कर रहा है। कंपनी के 1.0-लीटर टीएसआई इंजन में एडवांस्ड एग्जॉस्ट एमिशन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है, जबकि 1.5-लीटर टीएसआई इंजन में एक्टिव सिलेंडर टेक्नोलॉजी (एसीटी) को शामिल किया गया है, जिससे स्वच्छ मोबिलिटी को बढ़ावा मिलता है।

2014 से स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया लोकलाइजेशन पर जोर देते हुए अपने चाकन प्लांट में इंजन निर्माण कर रहा है, जो जो हाई-क्वालिटी स्टैंडर्ड्स, कड़े एमिशन नियमों का अनुपालन और बेहतर ईंधन दक्षता सुनिश्चित करता है। एसएवीडब्ल्यूआईपीएल कुशल और स्थायी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए निरंतर निवेश कर रहा है। फोक्सवैगन समूह स्थानीय निर्माण को बढ़ाने और भारत को वैश्विक ऑटोमोटिव उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button