
पुणे. श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट और सुवर्णयुग तरुण मंडल द्वारा गणपति मंदिर के 41वें स्थापना दिवस के अवसर पर गुड़ी पड़वा से अर्थात 30 मार्च से 3 अप्रैल तक संगीत महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस वर्ष महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि देशभर के जाने-माने कलाकारों की प्रस्तुतियों का आनंद पुणेवासियों को मिलेगा। महोत्सव के सभी कार्यक्रम बाजीराव रोड स्थित नू.म.वि. स्कूल परिसर में प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने ने पत्रकार परिषद में दी।
गुड़ी पूजन और महोत्सव का उद्घाटन
ट्रस्ट के महासचिव और विधायक हेमंत रासने ने बताया कि चैत्र शुद्ध प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा के दिन सुबह 9 बजे मंदिर में गुड़ी पूजन कार्यक्रम होगा। परिमंडल 1 के पुलिस उपायुक्त संदीप सिंह गिल के हाथों गुड़ी की स्थापना होगी। वहीं, 30 मार्च को शाम 6:30 बजे संगीत महोत्सव का उद्घाटन नगर विकास राज्यमंत्री माधुरी मिसाल करेंगी। इस अवसर पर पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार प्रमुख अतिथि होंगे।
संगीत महोत्सव की विशेषताएँ
कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी ने बताया कि इस वर्ष का संगीत महोत्सव विभिन्न संगीत शैलियों और कला रूपों से सजा होगा। इसमें वाद्यवादन, शास्त्रीय और उप-शास्त्रीय संगीत, नाट्य संगीत, भजन, लोकगीत, भारुड और फिल्मी गीतों का समावेश रहेगा। कुछ प्रमुख आकर्षण इस प्रकार हैं:
30 मार्च: महोत्सव की शुरुआत प्रसिद्ध ड्रम वादक शिवमणि, पंडित रवि चारी और रुना रिज़वी की प्रस्तुति ‘पुष्पांजलि’ से होगी। 31 मार्च: प्रसिद्ध पं. शौनक अभिषेकी, पं. रघुनंदन पणशीकर और मंजूषा पाटिल शास्त्रीय, उप-शास्त्रीय और भक्तिगीतों की प्रस्तुति देंगे।1 अप्रैल: हर्ष, विजय और ईश्वर अंधारे की अनोखी लोककथा ‘थाट ह्यो जुना, खेल हा नवा’ प्रस्तुत की जाएगी। 2 अप्रैल: सुप्रसिद्ध गायक और संगीतकार श्रीधर फडके का विशेष कार्यक्रम ‘बाबूजी और मैं’ आयोजित होगा। 3 अप्रैल: महोत्सव का समापन पं. ह्रदयनाथ मंगेशकर के कार्यक्रम ‘भावसरगम’ से होगा, जिसमें अभिनेता रविंद्र खरे उनका विशेष साक्षात्कार लेंगे।
वाहन पार्किंग और आमंत्रण
संगीत प्रेमियों के लिए अप्पा बळवंत चौक स्थित प्रभात थिएटर के सामने नू.म.वि. प्राथमिक स्कूल में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। सभी कार्यक्रम निःशुल्क होंगे और पुणेवासियों से बड़ी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया गया है।
श्री वल्लभेश मंगलम् – 31 मार्च को विशेष आयोजन
मुद्गल पुराण के अनुसार देवी वल्लभा और भगवान वल्लभेश के महामिलन का उत्सव ‘वल्लभेश मंगलम्’ कहलाता है। यह कार्यक्रम 31 मार्च को सुबह 10:54 बजे मंदिर में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर भव्य फूलों की सजावट भी की जाएगी। श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट की ओर से सभी श्रद्धालुओं और संगीत प्रेमियों को इस भव्य महोत्सव में आमंत्रित किया जाता है।