मधुमेह पर ‘आयुर डायबेट’, तो ब्लैडप्रेशर पर ‘आयुर कार्ड’ प्रभावी – वैद्य नीरज कामठे
सोहम सिद्धतत्वम द्वारा हुआ दो नए आयुर्वेदिक जूस का लोकार्पण

पुणे. “मधुमेह और हृदय रोग जैसे रोगों पर ‘आयुर डायबेट’ और ‘आयुर कार्ड’ जूस (स्वरस) प्रभावशाली सिद्ध होंगे। आयुर डायबेट से शरीर में शुगर का स्तर संतुलित रहता है, जबकि आयुर कार्ड से रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है, जिससे हृदय का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है,” ऐसा मत आयुर्वेदाचार्य वैद्य नीरज कामठे ने व्यक्त किया।
सोहम सिद्धतत्वम संस्था द्वारा निर्मित ‘आयुर डायबेट जूस’ और ‘आयुर कार्ड जूस’ इन दो आयुर्वेदिक औषधीय जूस का लोकार्पण बुधवार को संकष्टी चतुर्थी के शुभ अवसर पर पुणे के श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में गणपति बप्पा के समक्ष किया गया। इस अवसर पर वैद्य नीरज कामठे ने उपरोक्त बातें कहीं।
इस कार्यक्रम में दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने, कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी, डॉ. मेघश्री कामठे, सोहम सिद्धतत्वम के संस्थापक शुभम मुंदडा, मनमोहन मंत्री, निलेश सारडा के साथ-साथ शामसुंदर मुंदडा, जयंत बोधे, कृष्णा मालाणी, दीपाली तिकोने, श्वेता मंत्री, वैष्णवी मुंदडा आदि उपस्थित थे।
वैद्य नीरज कामठे ने आगे कहा, “अनुसंधान के आधार पर आयुर्वेद में कई प्रभावी औषधियाँ विकसित हो रही हैं, यह खुशी की बात है। तरल स्वरूप में दी गई औषधियाँ शरीर में तेजी से अवशोषित होती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होती हैं। आने वाले समय में ये औषधियाँ मधुमेह और हृदयरोग जैसे रोगों पर अत्यंत लाभकारी सिद्ध होंगी। तीन युवाओं द्वारा मिलकर सिद्ध और तत्वनिष्ठ आयुर्वेदिक औषधियाँ तैयार करने का कार्य सराहनीय है। आयुर्वेद में सभी व्याधियों का उपचार संभव है और यदि इसमें आधुनिक तकनीक को जोड़ा जाए, तो यह और भी प्रभावशाली बन सकता है।”
महेश सूर्यवंशी ने कहा, “इन आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। आज चतुर्थी के शुभ अवसर पर गणपति बप्पा के चरणों में अर्पित की गई इन औषधियों से रोगियों को अवश्य राहत मिलेगी, ऐसा विश्वास है। बप्पा के आशीर्वाद से सोहम सिद्धतत्वम आगे भी उत्तम कार्य करेगा।”
शुभम मुंदडा ने बताया, “निलेश सारडा, मनमोहन मंत्री और मैंने (शुभम मुंदडा) ढाई साल पहले मिलकर सोहम सिद्धतत्वम की स्थापना की। प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य वैद्य सुकुमार सरदेशमुख के मार्गदर्शन में ‘सोहम’ संस्था में हम शुद्धता और आयुर्वेद परंपरा को मिलाकर समाज के उत्तम स्वास्थ्य हेतु आयुर्वेदिक उत्पाद बना रहे हैं। आज बप्पा के आशीर्वाद से ये दो नए उत्पाद रोगियों के लिए उपलब्ध कराते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। इसके साथ ही आंवला जूस, आंवला कंद, गुलकंद, पेन केयर ऑइल, हेयर ऑइल, पचनामृत जूस जैसे कई उत्पादों का भी लोगों को लाभ मिल रहा है। सोहम सिद्धतत्वम की औषधियाँ जूस और गोलियों के रूप में विश्वभर में पहुँचाने के लिए हम प्रयासरत हैं।”
निलेश सारडा ने कहा, “हम आयुर्वेद की प्राचीन परंपरा और विरासत को आधुनिकता के साथ जोड़कर प्रभावी औषधियाँ बना रहे हैं, जिससे रोगियों को अच्छा लाभ हो रहा है। रोगों से राहत देने में योगदान कर पाना और आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार में सहभागी बनना हमारे लिए गर्व की बात है।”