पुणे मंडल पर उभरते सुरक्षा खतरों के मद्देनज़र कड़े सुरक्षा उपाय लागू

पुणे. पुणे मंडल, मध्य रेल ने यात्रियों, रेलवे परिसरों और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उभरते सुरक्षा खतरों को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ किया है। मंडल में विशेषकर पुणे स्टेशन पर, जिसे संवेदनशील घोषित किया गया है, कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
स्टेशनों पर कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त
पुणे स्टेशन पर एक अतिरिक्त निरीक्षक की तैनाती शाम की पाली में की गई है।उच्च अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से औचक निरीक्षण किया जा रहा है।सीसीटीवी कैमरों की निरंतर निगरानी की जा रही है।जीआरपी अधिकारियों के साथ समन्वय बैठकें आयोजित की जा रही हैं।डॉग स्क्वाड की मदद से चेकिंग बढ़ाई गई है।सभी ड्यूटी अधिकारियों और सर्कुलेटिंग एरिया में तैनात कर्मचारियों को हथियारों से लैस रहने के निर्देश दिए गए हैं।स्टेशन परिसर में सतर्कता सुनिश्चित करने हेतु अतिरिक्त जांच की जा रही है।कर्मचारियों को अल्प सूचना पर तुरंत एकत्र होने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।ताडीवाला रोड, पुणे पर दो बैरकों की व्यवस्था की गई है, प्रत्येक में 30 बिस्तरों की क्षमता है।
नजदीक रहने वाले स्टाफ की सूची ड्यूटी स्टेशन कंट्रोल रूम (DSCR) में उपलब्ध कराई गई है।आपातकालीन सूचना के आदान-प्रदान हेतु एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है।प्रत्येक पाली में एक अधिकारी व दो स्टाफ का सशस्त्र गश्ती दल स्टेशन पर तैनात है।पुणे मंडल में लगभग 24 महत्वपूर्ण ट्रेनों में सुरक्षा एस्कॉर्टिंग की जा रही है।निरीक्षक अपने क्षेत्र में ट्रेनों के साथ यात्रा कर रहे हैं और नियमित निगरानी कर रहे हैं।
रात के समय एक निरीक्षक को स्थिति पर निगरानी रखने के लिए नामित किया गया है।सिविल कपड़ों में टीमों को खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए तैनात किया गया है।’रेल मदद’ प्लेटफॉर्म पर आने वाली शिकायतों की नियमित निगरानी की जा रही है।एसआईबी इकाई के साथ समन्वय कर खुफिया जानकारी एकत्र की जा रही है।पुणे मंडल यात्रियों की सुरक्षा के लिए सतत् प्रयासरत है और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए लगातार उपाय कर रहा है।