बी.जे. सरकारी मेडिकल कॉलेज के दो अधिकारी रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार
पुणे एंटी करप्शन यूनिट टीम की कार्रवाई

पुणे. एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) पुणे यूनिट ने बी.जे. सरकारी मेडिकल कॉलेज, पुणे के दो वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इस मामले में जयंत पर्वत चौधरी (49), वरिष्ठ सहायक (वर्ग-3) और सुरेश विश्वनाथ बोनवळे (53) कार्यालय अधीक्षक (वर्ग-3) को गिरफ्तार किया गया है.
अधिक जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता फर्नीचर सप्लायर का व्यवसाय करता है और उसने 2023 में बी.जे. सरकारी मेडिकल कॉलेज को ₹20 लाख मूल्य का फर्नीचर आपूर्ति किया था। कुल बिल में से ₹ 10 लाख के भुगतान को मंजूरी दिलाने के लिए दोनों सरकारी अधिकारियों ने 13% यानी ₹1,30,000/- की रिश्वत की मांग की थी । इसके बाद 2 अप्रैल 2025 को आरोपी जयंत चौधरी ने सुरेश बोनवळे के कहने पर शिकायतकर्ता से 1 लाख की रिश्वत ली। इस दौरान एसीबी की टीम ने उन्हें रंगेहाथ पकड़ लिया। दोनों के खिलाफ बंडगार्डन पुलिस स्टेशन, पुणे में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 और 7 A के तहत मामला दर्ज किया गया है।
1 अप्रैल को शिकायतकर्ता ने पुणे एंटी करप्शन यूनिट में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद 2 अप्रैल को बी.जे. सरकारी मेडिकल कॉलेज कार्यालय में पुणे एंटी करप्शन के टीम ने जाल बिछाकर रंगेहाथ पकड़ किया। यह कार्रवाई पुलिस उप आयुक्त/पुलिस अधीक्षक शिरीष सरदेशपांडे, अपर पुलिस अधीक्षक विजय चौधरी के मार्गदर्शन में एंटी करप्शन ब्यूरो, पुणे ने किया है ।
शिरीष सरदेशपांडे, पुलिस अधीक्षक, एल.पी.वी. पुणे ने लोगों से अपील किया कि यदि कोई लोक सेवक, सरकारी अधिकारी, कर्मचारी या निजी व्यक्ति (एजेंट) उनकी ओर से किसी भी सरकारी काम को करने के लिए कानूनी शुल्क के अलावा किसी भी रिश्वत की मांग करता है, तो उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत नीचे दिए गए नंबर पर भ्रष्टाचार निरोधक विभाग पुणे कार्यालय से संपर्क करें।