शिवसेना की ओर से हडपसर में “व्यसनों की होली”;
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर युवाओं में जागरूकता का संकल्प

पुणे. विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शिवसेना पुणे शहर की ओर से हडपसर विधानसभा क्षेत्र में “व्यसनों की प्रतीकात्मक होली” का आयोजन किया गया। समाज में बढ़ती नशे की लत और युवाओं को इसके दुष्परिणामों से सचेत करने के उद्देश्य से यह जनजागृति अभियान चलाया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान तंबाकू, गुटखा, खैनी, मिश्री, सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, गांजा, चरस, हेरोइन, मॉर्फीन, मेफेड्रोन जैसे अनेक घातक व्यसनों का प्रतीकात्मक दहन किया गया। इसके माध्यम से युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील की गई। इस आयोजन में शिवसेना के सैकड़ों पदाधिकारी, शिवसैनिक, महिला आघाड़ी, युवा सेना और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए शिवसेना पुणे शहर प्रमुख प्रमोद नाना भानगिरे ने कहा कि नशे की लत सिर्फ युवाओं के स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर देती है। कई परिवारों में दुख, गरीबी, हिंसा और सामाजिक असंतुलन का कारण यही व्यसन हैं। यह केवल व्यक्तिगत समस्या नहीं, बल्कि एक सामाजिक आपदा है। दिन-ब-दिन बड़ी संख्या में युवा इन व्यसनों की चपेट में आ रहे हैं, जो एक गंभीर खतरे की घंटी है। ऐसे में व्यापक और निरंतर जनजागृति अभियानों की आवश्यकता है।
शिवसेना इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और व्यसनमुक्त पुणे के लक्ष्य की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। कार्यक्रम के अंत में एक सामूहिक प्रतिज्ञा भी ली गई, जिसमें युवाओं और शिवसैनिकों ने नशे से दूर रहने का संकल्प लिया।
शिवसेना द्वारा पिछले कई वर्षों से सामाजिक मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतरकर अभियान चलाए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में शिवसेना जिला प्रमुख उल्हास भाऊ तुपे, पदाधिकारी अमर घुले, पंकज कोद्रे, अभिजीत बोराटे, शक्ति प्रधान, संतोष राजपूत, योगेश सातव, तुषार मरळ, प्रशांत डाबी, महिला पदाधिकारी प्रतिमा बोबडे, प्रज्ञा आबनावे, आशा यादव, शीतल गाडे सहित हडपसर क्षेत्र के अनेक शिवसैनिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के समापन पर यह घोषणा की गई कि शिवसेना पुणे शहर की ओर से व्यसनमुक्त, सशक्त और स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए आगे भी ठोस कदम उठाए जाते रहेंगे। “व्यसनों को ना कहें, स्वास्थ्य को हां कहें!”—इस संदेश के साथ उपस्थित शिवसैनिकों ने जनजागृति का संकल्प दोहराया।