राज्यस्तरीय विद्यालयीन शिक्षा परिषद में गुणवत्तावृद्धि के लिए विशेषज्ञों का मार्गदर्शन, जिलों के नवाचारों की प्रस्तुति
शिक्षामंत्री ने दिनभर सभी सत्रों में की सहभागिता

पुणे। विद्यालयीन शिक्षा एवं खेल विभाग आयोजित राज्यस्तरीय शालेय शिक्षा परिषद के दोपहर सत्र में विभिन्न विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, परख सर्वेक्षण रिपोर्ट, प्रशासनिक सुधार, समग्र शिक्षा तथा विविध शैक्षणिक उपक्रमों पर मार्गदर्शन किया। जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में किए गए नवाचारी शैक्षणिक प्रयोगों की जानकारी दी।
दोपहर के पहले सत्र में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली के अतिरिक्त सचिव श्री आनंद पाटील ने ऑनलाइन व्याख्यान दिया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन, देशभर के नवाचारों और महाराष्ट्र से अपेक्षाओं के साथ-साथ प्रधानमंत्री पोषण योजना पर मार्गदर्शन किया। इसके बाद एनसीईआरटी, दिल्ली की परख सेल की सीईओ एवं प्रमुख श्रीमती इंद्राणी भादुरी ने परख सर्वेक्षण रिपोर्ट, उसमें महाराष्ट्र की स्थिति और शिक्षा को और अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए जरूरी प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की।
इसके पश्चात कोल्हापुर के श्री कार्तिकेयन एस., सातारा की श्रीमती याशनी नागराजन, छत्रपति संभाजीनगर के श्री अंकित, अहिल्यानगर के श्री आनंद भंडारी और पुणे के श्री गजानन पाटील ने अपने जिलों के नवाचारी प्रयोगों की प्रस्तुति दी। मंत्री महोदय ने सभी प्रस्तुति देने वाले अधिकारियों का स्मृतिचिह्न और पुस्तकों द्वारा सत्कार किया।
शिक्षण आयुक्त श्री सचिन्द्र प्रताप सिंह ने कक्षा 11वीं प्रवेश, समूह शाला योजना, यू-डायस प्लस और पवित्र शिक्षक भर्ती मान्यता जैसे प्रशासनिक विषयों पर मार्गदर्शन किया। वहीं, राज्य परियोजना संचालक संजय यादव ने महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षा परिषद की योजनाओं और समग्र शिक्षा पर जानकारी दी।
राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के संचालक श्री राहुल रेखावर ने NEP 2020 का कार्यान्वयन, निपुण महाराष्ट्र कृती कार्यक्रम, SQAAF, क्षमता आधारित प्रश्नबैंक, VSK, कृती पुस्तिकाओं का विकास, शैक्षणिक कैलेंडर, पीएम श्री स्कूल योजना, ई-विद्या चैनल और योग पाठ्यक्रम मार्गदर्शिका जैसे उपक्रमों पर विस्तार से मार्गदर्शन किया।
विशेष रूप से, शिक्षामंत्री नामदार दादासाहेब भुसे ने सभी विद्यालयों में वार्षिक स्नेहसंमेलन और छात्र क्रीड़ा प्रतियोगिताओं के आयोजन के निर्देश दिए। उन्होंने 26 जनवरी 2026 को सभी विद्यालयों में देशभक्ति गीतों पर आधारित सामूहिक कवायद आयोजित करने का आह्वान किया और विज्ञान प्रदर्शनी की पुरस्कार राशि बढ़ाने की घोषणा भी की। उल्लेखनीय है कि मंत्री महोदय ने परिषद में दिनभर उपस्थित रहकर चर्चाओं में सक्रिय सहभागिता की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।



