चार साल तीन महीने से फरार आरोपी संभाजीनगर से गिरफ्तार
खड़की पुलिस ने किया 12 लाख की धोखाधड़ी का पर्दाफाश

इसकी जानकारी मिलते ही खड़की पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी ने अपनी पहचान छुपाते हुए बार-बार ठिकाने बदले। पुलिस को गुमराह कर वह चार साल तीन महीने तक फरार रहा। इसी बीच आरोपी के परिवार के कुछ लोगों ने शिकायतकर्ता के खिलाफ अपहरण का फर्जी मामला दर्ज करवाने की कोशिश की थी।
दिलीप फुलपगार एएसआई वापोनी खडकी और दत्तात्रेय बागवे एएसआई पोनी क्राइम के मार्गदर्शन में, इस मामले की जाँच पुलिस उपनिरीक्षक दिग्विजय चौगले को सौंपी गई। इसके बाद अपराध शाखा की टीम ने तकनीकी विश्लेषण, गुप्त मुखबिरों से मिली जानकारी और सटीक रणनीति की मदद से आरोपी का पता लगाया। अंत में आरोपी को संभाजीनगर से गिरफ्तार कर खड़की पुलिस स्टेशन लाया गया।
इस कार्रवाई में पुलिसअधीक्षक अनिकेत भोसले, सुधाकर राठौर , ग़ालिब मुल्ला, शशांक डोंगरे और अन्य कर्मचारियों की विशेष भूमिका रही। कार्रवाई के बाद, शिकायतकर्ता ने पुलिस बल के प्रति आभार व्यक्त किया है, जबकि स्थानीय नागरिकों ने भी खड़की पुलिस के सराहनीय कार्य की सराहना की है।
यह कार्रवाई पुणे शहर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, सह पुलिस आयुक्त रंजन कुमार शर्मा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, पूर्व प्रादेशिक विभाग, पुणे शहर मनोज कुमार पाटील, पुलिस उपायुक्त, जोन ४ पुणे शहर सोमय मुंडे, सहायक पुलिस आयुक्त, खडकी विभाग, विठ्ठल दबडे, दिलीप फुलपगार, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, दत्तात्रेय बागवे सो,पुलिस निरीक्षक क्राइम , जांच पथक प्रमुख दिग्विजय चौगले, पुलिस कॉन्स्टेबल शशिकांत सपकाळ, ऋषिकेश दिघे, दिनेश भोये, शशांक डोंगरे, प्रताप केदारी, प्रवीण गव्हाणे, शिवराज खेड के मार्गदर्शन में की गई।