राहुल गांधी पर लगाए गए आरोप हास्यास्पद और बौद्धिक दिवालियापन का प्रतीक – कांग्रेस राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी

पुणे. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर किए गए वाड्रा प्रकरण से जुड़े आरोपों को कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने सिरे से खारिज करते हुए उन्हें तथ्यहीन, हास्यास्पद और बौद्धिक दिवालियापन दर्शाने वाले करार दिया है।
गोपालदादा तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार की पोल अब हर स्तर पर खुलने लगी है, जिससे ध्यान भटकाने के लिए और बदनामी से बचने के उद्देश्य से विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा को यह याद रखना चाहिए कि 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की लोकसभा सीटों में 100% की बढ़ोतरी हुई, और राहुल गांधी को देश का मजबूत नेता विपक्ष चुना गया, जबकि भाजपा की सीटें 35% तक कम हो गईं।
वाड्रा प्रकरण को लेकर भाजपा द्वारा बार-बार की जा रही बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी ने कहा:
“राहुल गांधी अपने जीजा रॉबर्ट वाड्रा के लिए कैसे संवैधानिक पद का दुरुपयोग कर रहे हैं, यह भाजपा स्पष्ट रूप से बताए। केवल भ्रम फैलाकर और बिना तथ्यों के बयान देकर बेमतलब की बातें न की जाएं।”
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि अप्रैल 2023 में हरियाणा की भाजपा सरकार को अदालत में यह स्वीकार करना पड़ा था कि रॉबर्ट वाड्रा ने किसी भी प्रकार का कानून या नियम नहीं तोड़ा, जिससे भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों की हवा निकल गई और भाजपा नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया।
मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाते हुए तिवारी ने कहा:
“देश के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जनता और संविधान के प्रति अपनी जवाबदारी बखूबी निभा रहे हैं, जिससे मोदी सरकार की नींव हिलने लगी है।”
तिवारी ने आगे कहा कि, “बीते 11 वर्षों में भाजपा लाख कोशिशों के बावजूद स्वर्गीय राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी या उनके परिवार के किसी भी सदस्य पर भ्रष्टाचार सिद्ध नहीं कर पाई है। यह अपने आप में बहुत कुछ कहता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए तिवारी बोले, “मोदी स्वयं बैंक घोटालेबाज मेहुल चोकसी को ‘मेहुल भाई’ कहकर संबोधित करते हैं और विजय माल्या, ललित मोदी जैसे घोटालेबाजों को सरकार में उच्च पदस्थ अधिकारियों की मिलीभगत से देश से भागने का मौका देते हैं। ऐसे में संवैधानिक पदों के दुरुपयोग का आत्मनिरीक्षण भाजपा को स्वयं करना चाहिए।”
तिवारी ने यह भी कहा कि स्वतंत्र भारत के निर्माण और संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा में नेहरू-गांधी परिवार का जो योगदान रहा है, वह आज भी जनता के मन में गहराई से रचा-बसा है। यही कारण है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को यह स्वीकार करना मुश्किल हो रहा है, और वह टकराव, ईर्ष्या और अपमानजनक दुष्प्रचार का सहारा ले रही है।