पुणे में ड्रग्सयुक्त ‘चॉकलेट’ से स्कूल के बच्चों पर खतरा, नशे की लत का बढ़ता संकट

पुणे। शिक्षा की नगरी कहे जाने वाले पुणे में स्कूली बच्चों में नशे की लत का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। हडपसर की एक स्कूल में 6वीं कक्षा के छात्र को ड्रग्स की लत लग गई। उसने नशे के लिए घर के बर्तन तक बेच दिए और पैसे न मिलने पर सो रही मां का गला दबाने की कोशिश की। पूछने पर उसे कुछ याद भी नहीं था।
चौंकाने वाली बात यह है कि नशा ‘चॉकलेट’ के जरिए बच्चों तक पहुंच रहा है। स्कूलों के पास की दुकानों पर यह चॉकलेट खुलेआम बिक रही है, जिनमें कोकीन या ब्राउन शुगर की थोड़ी मात्रा मिलाई जाती है। एक बार खाने पर बच्चे इसके आदी हो जाते हैं।
नशे में फँसे बच्चों के लक्षण:
बच्चे चुपचाप और अकेले रहने लगते हैं
चिड़चिड़ापन और आक्रामक व्यवहार दिखाते हैं
मांग पूरी न होने पर आत्महत्या की धमकी तक देते हैं
जनवरी से जुलाई तक 187 बच्चों और उनके माता-पिता का समुपदेशन किया गया है। नार्कोटिक्स विभाग ने कई आकर्षक आकार की ऐसी ‘चॉकलेट’ जब्त की हैं।
डॉ. भोई के अनुसार, बच्चों में अचानक बदलाव दिखे तो अनदेखी न करें और तुरंत समुपदेशन लें। ‘ताराचंद रामनाथ सेवा ट्रस्ट’ और ‘ज्ञानप्रबोधिनी’ स्कूलों में व्यसनमुक्ति अभियान चला रहे हैं।
पुणे जैसे शैक्षणिक शहर में बच्चों को नशे से बचाने के लिए परिवार, स्कूल और समाज को मिलकर काम करना होगा।