संचेती हॉस्पिटल द्वारा अद्ययावत फिजिओथेरपी और पुनर्वसन विभाग शुरू

पुणे,4 अगस्त 2025 : आर्थोपेडिक चिकित्सा व पुनर्वसन सेवाओं में राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी संस्थाओं में से एक संचेती हॉस्पिटल पुणे की ओर से नया और अद्ययावत फिजिओथेरपी व पुनर्वसन विभाग शुरू किया जा रहा है. इसका उद्घाटन 5 अगस्त 2025 को होने वाला है. यह सुविधा भारत के सबसे आधुनिक और सबसे बडे पुनर्वसन केंद्रों में से एक है.
यह जानकारी हॉस्पिटल की ओर से आयोजित पत्रकार परिषद में दी गई. इस दौरान संचेती हॉस्पिटल के अध्यक्ष डॉ.पराग संचेती, होम हेल्थकेअर और कम्युनिकेशन्स विभाग की संचालिका रूपल संचेती और फिजिओथेरपी विभाग प्रमुख डॉ.दर्शिता नरवानी उपस्थित थे. प्रगत तंत्रज्ञान,बहुविद्याशाखीय कौशल्य और रुग्ण केंद्रित देखभाल के साथ पुनर्वसन सेवाओं की परिसीमा को आगे बढ़ाने में हॉस्पिटल के दृष्टिकोण पर इस परिषद में प्रकाश डाला गया.
इस विभाग का उद्घाटन पद्मभूषण,अर्जुन पुरस्कार प्राप्त और शुटिंग क्रीडा प्रकार में भारत के पहले सुवर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा इनके हाथों से किया जानेवाला है. इस कार्यक्रम में प्रख्यात मेंदू विकार विशेषज्ञ , आर्थोपेडिक शल्यविशारद, बालरोग विशेषज्ञ, क्रीडा विशेषज्ञ व आरोग्य क्षेत्र के नेतृत्व उपस्थित रहेंगे.
इस भविष्य केंद्रित विभाग में न्यूरो, ऑर्थोपेडिक, पीडियाट्रिक, वेस्टीब्युलर, कार्डियो रेस्पिरेटरी व स्पोर्ट्स रिहॅबिलिटेशन क्षेत्र के विशेषज्ञ, फिजिओथेरपीस्ट इकट्ठा आकर समग्र, एव्हिडन्स बेस्ड और वैयक्तिकृत उपचार प्रदान करेंगे.
इस सुविधा की विशेषता नवीनतम रोबोटिक और इंटेलिजेंट थेरपी सिस्टिम्स का एकीकरण है. जिसमें एक्सोस्केलेटल गट ट्रेनिंग रोबोटस,शोल्डर,हॅन्ड अँड कॉग्निटिव्ह रिहॅब रोबोटस, अंडरवाटर ट्रेडमिल, बॅलन्स मास्टर,व्हर्च्युअल रिॲलिटी थेरपी, आयसो कायनेटिक ट्रेनर्स ,एफईएस और एफएमएस, बीएफआरटी , मॅट्रिक्स रिदम थेरपी, शॉक वेव्ह थेरपी, रोबोटिक हँड ट्रेनर्स और एडीएल-फोकस्ड हँड स्टेशन्स ,फंक्शनल इलेक्ट्रिकल स्टिम्युलेशन (एफईएस), फंक्शनल मॅग्नेटिक स्टिम्युलेशन (एफएमएस) और ब्लड फ्लो रिस्ट्रिक्शन थेरपी (बीएफआरटी) इनका समावेश है.
इन प्रणालियों की रचना पुनर्प्राप्ती को गति देने के लिए, शरीर की हालचाल या प्रभावित अवयवों का कार्य फिरसे पूर्ववत करने के लिए और हालचाल की स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए की गई है.
संचेती हॉस्पिटल के अध्यक्ष डॉ.पराग संचेती ने कहा की, यह विभाग केवल सुविधाओं का विस्तार ही नहीं है, बल्कि अचूक,वैयक्तिकृत और तकनीक सक्षम रिहॅबिलिटेशन सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है. मरीजों का कल्याण और पुनर्प्राप्ती को केंद्र में रखकर भारत के सबसे प्रगत सुविधाओं में से एक शुरू करने पर हमें बेहद गर्व हो रहा है.