“खडसे के दामाद प्रांजल खेवलकर पर महिला आयोग की सख्ती, मानव तस्करी की जांच शुरू”
“पुणे की रेव पार्टी केस में साइबर और एंटी-ट्रैफिकिंग यूनिट को जांच के आदेश, होटल बुकिंग और मोबाइल डेटा खंगाला जाएगा”

पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक एकनाथ खडसे के दामाद प्रांजल खेवलकर की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने खेवलकर के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पुणे पुलिस आयुक्त को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मामला खराड़ी में आयोजित एक रेव पार्टी से जुड़ा है, जिसकी जांच अब मानव तस्करी के शक पर केंद्रित हो गई है।
महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त, मानव तस्करी विरोधी पथक और साइबर विभाग को तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। आयोग ने पुलिस से इस कार्रवाई की स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी है।
महिला आयोग के आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर दी गई जानकारी के अनुसार, “कु. सानवी बहुउद्देशीय सेवाभावी संस्था” की ओर से आयोग को दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि प्रांजल खेवलकर ने 28 बार अपने नाम से होटल रूम बुक कर परप्रांतीय (अन्य राज्यों की) लड़कियों को लालच देकर बुलाया। यह पूरा प्रकरण संगठित अपराध और मानव तस्करी से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है।
आयोग के निर्देशों के अनुसार:
पुलिस और मानव तस्करी विरोधी पथक को घटनास्थल की जांच कर कानूनन आवश्यक कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।
साइबर विभाग मोबाइल डेटा, होटल बुकिंग डिटेल्स, मैसेज और कॉल लॉग की जांच करेगा।
मानव तस्करी यूनिट यह पता लगाएगी कि लड़कियों को किस प्रकार बुलाया गया, उनकी पृष्ठभूमि क्या है और रेव पार्टी में शामिल अन्य संदिग्ध कौन थे।
यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो प्रांजल खेवलकर पर मानव तस्करी, एचआर रैकेट, अनुचित भर्ती और