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व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए दल बदलने वालों को, ‘सिद्धांतों और विचारधारा’ से विश्वासघात कर पार्टी को दोष नहीं देना चाहिए’ : कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी

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पुणे. पुणे जिले के भोर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक संग्राम थोपटे द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में प्रवेश करते ही कांग्रेस की बदनामी का एजेंडा शुरू करने की आलोचना करते हुए कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने कहा कि थोपटे ने भाजपा की संगति का परिचय दे दिया है।

तिवारी ने आगे कहा कि 50 वर्षों तक अपने परिवार में सत्ता को बनाए रखने वाले तथा संस्थाओं का जाल खड़ा करने वाले कांग्रेस पार्टी के खिलाफ संग्राम थोपटे द्वारा आरोप लगाना, उनकी पार्टी के प्रति कृतघ्नता को दर्शाता है। यह बात जिले के कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को गहरे आहत करने वाली है। उन्होंने थोपटे द्वारा कांग्रेस पर किए गए निराधार और तथ्यहीन आरोपों का भी जोरदार प्रतिवाद किया।

उन्होंने कहा कि संग्राम थोपटे ने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए अपनी विचारधारा का त्याग कर सत्तारूढ़ पार्टी के साथ हाथ मिलाया है। किसी व्यक्ति का किस दल में रहना यह व्यक्तिगत मामला हो सकता है, लेकिन कांग्रेस द्वारा उन पर कोई अन्याय हुआ, यह आरोप पूरी तरह निराधार और गलत है।

यह बातें गोपालदादा तिवारी ने कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार परिषद में कही। इस अवसर पर सूर्यकांत उर्फ बाळासाहेब माणे, मुळशी तालुका कांग्रेस के कार्याध्यक्ष सुरेश अण्णा पारखी, उपाध्यक्ष मोहन झुंजुरके, युवक कांग्रेस के कुमार शेडगे, अशोक मातेरे, मधुसूदन पाडाळे (सेवादल), मामा खोले, भोला वांजळे, धनंजय भिलारे, गणेश शिंदे आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

आगे बोलते हुए तिवारी ने कहा कि, पार्टी में सक्रिय प्रत्येक परिवार का कांग्रेस के प्रति बड़ा योगदान रहा है। भोर क्षेत्र में पिछले पचास वर्षों से उनके परिवार के पास सत्ता रही है.

भोर में विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं, स्कूल-कॉलेज, दुग्ध उत्पादक संस्थाओं, परिवहन संस्थाओं, और राजगढ़ शुगर फैक्टरी जैसी कई संस्थाओं की स्थापना कांग्रेस के सत्ता काल में हुई। यह योगदान क्या कांग्रेस पार्टी का नहीं है? ऐसा सवाल भी उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उठाया।

आज यदि कुछ संस्थाएं संकट में आ गई हों और उन्हें बचाने के लिए दल बदलने का फैसला किया हो, तो वह उनका व्यक्तिगत स्वार्थ है। किंतु इसके लिए कांग्रेस पार्टी को दोष देना और उस पर टीका करना निंदनीय है, ऐसा मत भी मुळशी तालुका के कांग्रेसजनों ने इस अवसर पर व्यक्त किया।

यद्यपि संग्राम थोपटे ने विचारधारा का त्याग कर पार्टी बदली है, फिर भी भोर, वेल्हा और मुळशी तालुकों में सर्वसमावेशक राष्ट्रीय विचारधारा का प्रभाव आज भी कायम है। इसलिए यहां के मतदाता और कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता थोपटे के पीछे नहीं जाएंगे, बल्कि कांग्रेस के साथ ही बने रहेंगे, ऐसा विश्वास मुळशी तालुका कांग्रेस पदाधिकारियों ने व्यक्त किया।

गोपाल दादा तिवारी ने कहा कि, इस दौरान पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अपनी भूमिका स्पष्ट की है। केंद्र सरकार द्वारा यदि इस विषय पर तत्पर और ठोस कार्रवाई की जाती है, तो विपक्ष उसका समर्थन करेगा। साथ ही, मोदी सरकार को चाहिए कि पाकिस्तान पर तात्कालिक और कड़ी कार्रवाई करे, ऐसा आवाहन भी तिवारी ने इस अवसर पर किया।

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