केन्या में रोलबॉल विश्वकप विजेता बालिका टीम का चंद्रकांतदादा पाटील ने किया सम्मान,
खेल को मिलेगा सरकारी मान्यता और आरक्षण का लाभ

पुणे. केन्या की राजधानी नैरोबी में आयोजित अंडर-17 रोलबॉल विश्वकप में विजेता बनी भारतीय बालिका टीम का भव्य सत्कार महाराष्ट्र के उच्च व संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांतदादा पाटील के हाथों किया गया। इस अवसर पर दादा ने राज्य में भी रोलबॉल खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में 5% आरक्षण देने की दिशा में प्रयास करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार केंद्र सरकार ने रोलबॉल को मान्यता दी है और खिलाड़ियों को रोजगार में अवसर दिए हैं, उसी तर्ज पर महाराष्ट्र राज्य सरकार भी कदम उठाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों के साथ बैठक जल्द आयोजित की जाएगी। साथ ही रोलबॉल को राज्य स्तरीय ‘शिवछत्रपती क्रीडा पुरस्कार’ की यादी में शामिल करने की दिशा में भी वे कार्यरत रहेंगे।
इस कार्यक्रम में रोलबॉल खेल के जनक राजू दाभाडे, महाराष्ट्र रोलबॉल असोसिएशन के अध्यक्ष संदीप खर्डेकर, दादासाहेब भोरे, प्रमोद काळे सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे।
इस सम्मान समारोह में टीम की पुणे की प्रांजल जाधव, अकोला की प्राची गर्जे, ठाणे की तिशा पंडित, नंदुरबार की जान्हवी हेगडे, यवतमाल के जय राजा, कोच हेमांगिनी काळे, फिटनेस कोच तेजस्विनी यादव, टीम सपोर्टर प्राची फराटे व मिलिंद क्षीरसागर को सम्मानित किया गया।
राजू दाभाडे ने बताया कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, असम, झारखंड और केरल जैसे राज्यों में रोलबॉल खिलाड़ियों को राज्य सरकारों द्वारा पुरस्कार, नकद इनाम और नौकरी में आरक्षण जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। महाराष्ट्र में भी ऐसे ही नीति की आवश्यकता है और इसमें सरकार को पहल करनी चाहिए।
अध्यक्ष संदीप खर्डेकर ने कहा कि यह खेल महाराष्ट्र की माटी में जन्मा है और केंद्र सरकार इसका पूर्ण समर्थन कर रही है। बावजूद इसके राज्य के खिलाड़ी, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें अब तक जरूरी सरकारी लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य क्रीड़ा विभाग को समय-समय पर इस बारे में जानकारी दी गई है।
राजू दाभाडे और खर्डेकर ने इस बात पर भी खेद जताया कि राज्य में बिना विशेष प्रचार या अधोसंरचना के खेलों जैसे गोल्फ, यॉटिंग, इक्वेस्ट्रियन आदि को शिवछत्रपती पुरस्कार की सूची में स्थान मिल गया है, जबकि रोलबॉल जैसे देशज व प्रदर्शनकारी खेल को अब तक उपेक्षित रखा गया है।
गौरतलब है कि चंद्रकांतदादा पाटील ने 2023 में पुणे में आयोजित रोलबॉल विश्वकप के आयोजन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी और तभी से वे इस खेल व खिलाड़ियों के साथ मजबूती से खड़े हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अब वे राज्य सरकार के समक्ष खिलाड़ियों की न्यायोचित मांगें मजबूती से रखेंगे, ऐसा विश्वास खर्डेकर व दाभाडे ने व्यक्त किया।