गणेशोत्सव पर समय सीमा में ढील देने के लिए अदालत में पक्ष रखेंगे – उपमुख्यमंत्री अजित पवार

पुणे। त्योहारों के दौरान ध्वनि विस्तारक (लाउडस्पीकर) और अन्य गतिविधियों पर अदालत द्वारा तय की गई समय सीमा में कुछ दिनों की छूट दी जाती है। गणेशोत्सव के लिए अधिक दिनों तक यह छूट मिले, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे और अदालत में राज्य सरकार की ओर से पक्ष रखा जाएगा। यह आश्वासन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दिया।
वे श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट की ओर से आयोजित ‘पिंपरी चिंचवड़ राष्ट्रीय गणेशोत्सव स्पर्धा 2024’ के पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे। चिंचवड़ के प्रा. रामकृष्ण मोरे प्रेक्षागृह में आयोजित इस कार्यक्रम में विधायक हेमंत रासने, शंकर जगताप, ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने, उपाध्यक्ष माणिक चव्हाण, स्पर्धा आयोजक विलास कामठे, बापूसाहेब धमाले, कैलास भांबुर्डेकर आदि उपस्थित थे।
अजित पवार ने कहा कि गणेशोत्सव समाज को एकजुट करता है। लोकमान्य टिळक द्वारा शुरू किया गया यह उत्सव आज दुनिया के लगभग 175 देशों में भारतीयों द्वारा मनाया जाता है। नई पीढ़ी भी इस उत्सव में सक्रिय भागीदारी कर रही है। हमारी भारतीय संस्कृति और परंपरा सभी को साथ लेकर चलने वाली है और समाज में आपसी एकता और भाईचारे को बढ़ावा देती है।
उन्होंने कहा कि गणेश मंडल वर्षभर सामाजिक, सांस्कृतिक और वैचारिक जागरूकता का कार्य करते हैं। श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट समाजसेवा का एक सशक्त केंद्र बन चुका है। गणेशोत्सव में कोई भी पीछे न रहे, इसके लिए सभी को सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए।
अजित पवार ने आगे कहा कि विधायक रासने ने विधानसभा में गणेशोत्सव को ‘राज्य उत्सव’ घोषित करने की मांग रखी थी, जिसे मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्रियों, सांस्कृतिक कार्यमंत्री और पूरे सदन ने समर्थन दिया। यह सभी के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने अपील की कि महाराष्ट्र संतों और वारकरी परंपरा की भूमि है। इसलिए उत्सव बिना किसी अप्रिय घटना के, सामाजिक सद्भाव और पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखते हुए मनाया जाए। गणेश विसर्जन के लिए कृत्रिम हौद (आर्टिफिशियल टैंक) का उपयोग किया जाए।
उपमुख्यमंत्री ने पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में चल रहे विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रिंग रोड, मेट्रो परियोजना, सड़क चौड़ीकरण और सार्वजनिक परिवहन सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार काम कर रही है। भूमि अधिग्रहण के दौरान प्रभावित नागरिकों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
गणेशोत्सव के दौरान मेट्रो सेवा देर रात तक और सुबह जल्दी शुरू करने के सुझाव मेट्रो प्रशासन को दिए जाएंगे।
कार्यक्रम में विधायक हेमंत रासने ने कहा कि 1893 में लोकमान्य तिलक ने सार्वजनिक गणेशोत्सव की शुरुआत की थी। पिंपरी चिंचवड़ में यह स्पर्धा पिछले 40 वर्षों से आयोजित की जा रही है। इस वर्ष लगभग 260 मंडलों ने भाग लिया, जिनमें से 96 मंडलों को पुरस्कार दिए गए।
स्पर्धा में प्रथम पुरस्कार श्रीमंत छत्रपती शिवाजी तरुण मंडल, थेरगांव को मिला। द्वितीय कै. दामूशेठ गव्हाणे मित्र मंडल, भोसरी; तृतीय चिंतामणी मित्र मंडल, वाल्हेकरवाडी चिंचवडगाव; चतुर्थ भैरवनाथ मित्र मंडल, आकुर्डी और पांचवां भैरवनाथ मित्र मंडल, पिंपळे गुरव काशिदवाडी को मिला। अन्य श्रेणियों के पुरस्कार भी वितरित किए गए और परीक्षकों का सम्मान किया गया।