
पुणे। वरिष्ठ समाजसेवी अण्णा हजारे के नाम से आंदोलन की मांग करते हुए पुणे में एक पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर पर लिखा गया है – “अब तो उठो अण्णा, मतों की चोरी हुई है” और उस पर अण्णा का फोटो भी छापा गया है। इस पोस्टर को देखकर अण्णा नाराज़ हो गए। उन्होंने तीखा सवाल उठाया – “90 वर्ष की उम्र में भी क्या मुझे ही आंदोलन करना चाहिए और बाकी सब लोग सोते रहें?”
“मेरे आंदोलनों से देश को मिले 10 अहम कानून”
पत्रकारों से बातचीत में अण्णा हजारे ने कहा – “अब तक मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बड़े आंदोलन किए। मेरे प्रयासों से 10 महत्वपूर्ण कानून बने। सूचना का अधिकार कानून, दप्तर दिरंगाई, तबादला कानून, लोकपाल-लोकायुक्त जैसे कानून मेरे आंदोलनों का परिणाम हैं। इनसे देशभर में व्यापक जनजागरण हुआ।”
“अब युवाओं को उठानी चाहिए ज़िम्मेदारी”
अण्णा हजारे ने आगे कहा – “अब मेरी उम्र हो गई है। 90 साल का होने के बावजूद मुझसे ही काम करने की उम्मीद करना गलत है। मैंने अब तक जितना किया, वह अब युवाओं को करना चाहिए। देश के प्रति उनका भी कर्तव्य है। केवल उंगली उठाकर ‘ये करो, वो करो’ कहने से कुछ नहीं होगा। युवाओं को ही आगे आकर भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा।”
गौरतलब है कि अण्णा हजारे ने 2012 में दिल्ली में लोकपाल विधेयक के लिए ऐतिहासिक आंदोलन किया था। इसके बाद से वे सक्रिय आंदोलनों से दूरी बनाए हुए हैं।