
पुणे, — जैसे-जैसे गणेशोत्सव नज़दीक आ रहा है, पुणे की गलियों और बाज़ारों में त्योहार की धूम दिखाई देने लगी है। खासकर मखरों की दुकानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। हर साल की तरह इस बार भी भक्त अपने बप्पा के स्वागत के लिए सजावटी मखर ख़रीदने में जुटे हैं, लेकिन इस बार बाज़ार में एक नया और पर्यावरण के अनुकूल चलन देखने को मिल रहा है।
जहाँ पहले थर्माकोल से बने मखर आम थे, वहीं अब इनकी जगह टिकाऊ प्लाईवुड से बने आकर्षक मखर ले रहे हैं। ये मखर न केवल पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदारी दिखाते हैं, बल्कि डिज़ाइन के मामले में भी बेहद मनमोहक हैं। इनकी कीमत ₹700 से शुरू होकर ₹8000 तक पहुँच रही है, जिससे हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ उपलब्ध है।
मखरों को मखमली जरी वाले कपड़ों, रंग-बिरंगी एलईडी लाइटों और खूबसूरत धार्मिक चित्रों से सजाया गया है। नागेश्वर, शिवलिंग, वक्रतुंड गणपति, माउली, तुळजाभवानी माता, मोर मुकुट, ओम सूर्य जैसे डिज़ाइन भक्तों को विशेष रूप से आकर्षित कर रहे हैं।
बाज़ारों में दुकानदारों का कहना है कि इस साल मांग में अच्छी वृद्धि देखी जा रही है और ग्राहक टिकाऊ विकल्पों को प्राथमिकता दे रहे हैं। स्थानीय कलाकारों को भी इस बदलते चलन से रोज़गार के नए अवसर मिल रहे हैं।
त्योहार का जश्न अभी से ही शहर की हवा में घुल गया है, और हर गली, हर दुकान पर ‘गणपति बप्पा मोरया’ की गूंज सुनाई दे रही है। भक्तगण पूरे उत्साह और श्रद्धा से अपने घरों में बप्पा के स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं।