
पुणे। गणेशोत्सव महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान है। समाज का हर वर्ग इस उत्सव में शामिल होता है। इसे और अधिक व्यापक रूप से मनाने और जनसहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री तथा कोथरुड के विधायक चंद्रकांतदादा पाटील की ओर से कोथरुडकरों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस पहल से कोथरुडकरों के गणेशोत्सव का आनंद दोगुना हो गया है।
गणेशोत्सव महाराष्ट्र का सबसे लोकप्रिय और प्रिय त्योहार माना जाता है। गणेश चतुर्थी से घर-घर में भजन-कीर्तन और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। पुणे की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले कोथरुड में इस बार भी गणेशोत्सव को और भव्य बनाने के लिए चंद्रकांतदादा पाटील की ओर से विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इसके तहत कोथरुड विधानसभा क्षेत्र के कोथरुड, बाणेर-बालेवाड़ी, पाषाण-सूस की विभिन्न सोसायटियों में हास्य एकपात्री प्रयोग, सुगम संगीत, भावगीत, भक्ति गीत, पुणेकरों की धड़कन बने ढोल-ताशा पथक का वादन सहित अनेक आकर्षक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इससे नागरिकों को सांस्कृतिक दावत का आनंद मिलेगा।
इस अवसर पर चंद्रकांतदादा पाटील ने कहा कि गणेशोत्सव महाराष्ट्र का प्रमुख उत्सव है। इसी अवसर पर नौकरी और व्यवसाय के सिलसिले में बाहर बसे परिजन भी एकत्रित होते हैं। उनके आनंद को और बढ़ाने के लिए पिछले वर्ष से ही कोथरुड विधानसभा क्षेत्र की सोसायटियों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शुरू किया गया है।
पिछले वर्ष यह कार्यक्रम अत्यंत उत्साह के साथ मनाया गया था, जिसमें अनेक युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था। इस वर्ष भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इससे कोथरुडकरों का उत्सव आनंद निश्चित रूप से दोगुना होगा, ऐसा विश्वास चंद्रकांतदादा पाटील ने व्यक्त किया।