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मुंबई : राज्य में लंबे समय से अटके हुए स्थानीय निकाय चुनावों पर अब से पर्दा उठ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ निर्देश दिया है कि **31 जनवरी 2026 से पहले सभी स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न कराए जाएं।** इस आदेश के बाद राज्य निर्वाचन आयोग और सरकार ने तैयारी की रफ्तार बढ़ा दी है।
सूत्रों के अनुसार, महानगरपालिका चुनाव का मतदान 21 जनवरी 2026 को होने की संभावना है, जबकि मतगणना 22 या 23 जनवरी को हो सकती है। आधिकारिक कार्यक्रम की घोषणा 1 से 10 दिसंबर 2025 के बीच अपेक्षित है।
पुणे महापालिका चुनाव में बढ़ा उत्साह
पुणे समेत राज्य की 23 महापालिकाओं का कार्यकाल 2022 में ही समाप्त हो चुका है। चुनाव टलने से अब तक उम्मीदवारों में निराशा थी। मगर अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उनके इंतजार की घड़ी खत्म हो रही है। कई संभावित दावेदार पिछले महीनों से जमीनी स्तर पर सक्रिय हैं और अब प्रचार तेज करने की तैयारी कर रहे हैं।
मतदाताओं के लिए अहम चुनाव
महानगरपालिका चुनाव सीधे **स्थानीय विकास कार्यों** से जुड़े होते हैं – सड़क, पानी, कचरा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा, परिवहन और अन्य शहरी सुविधाएं नगरसेवक और पालिका प्रशासन के हाथ में होती हैं। यही वजह है कि मतदाता भी इन चुनावों को लेकर गंभीर रहते हैं।अब जबकि चुनाव की तारीखें लगभग तय मानी जा रही हैं, बड़ी संख्या में मतदान की उम्मीद की जा रही है।
दिसंबर से लागू हो सकती है चुनाव आचार संहिता
चुनावी सूत्रों के अनुसार से 10 दिसंबर के बीच राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। इसके साथ ही राज्यभर में आचार संहिता लागू हो जाएगी। चुनावी प्रक्रिया 45 दिनों के भीतर पूरी करनी होगी। इस प्रकार 10 दिसंबर 2025 से 25 जनवरी 2026 एक पूरा चुनच होने की संभावना है।
राजनीतिक दलले और स्थवित उम्मीदवारों के जस अब केवल तीन महीने का समया बचा है। नवरात्रि से लेकर दीपावली और फिर नए साल तक उन्हें चुनावी प्रचार की रणनीति तेज करनी होगी
सभी दलों के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठा की लड़ाई माने जा रहे हैं। महापालिका पर सत्ता हासिल करना न सिर्फ **विकास निधि और प्रशासन पर पकड़** दिलाता है, बल्कि राजनीतिक बढ़त का संकेत भी देता है।
इसी वजह से दलों में टिकट बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो चुकी है और संगठन युद्धस्तर पर सक्रिय हो रहे हैं।



