सर्वांगीण प्रगति, सर्वसमावेशक विकास और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस गठबंधन को विजयी करें – कांग्रेस वरिष्ठ प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी

मुंबई, 18 दिसंबर : कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने, नगरपालिकाओं और नगर परिषदों के समावेशी विकास को सुनिश्चित करने, सर्वांगीण प्रगति व सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने तथा लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए राज्य की नगर परिषद व नगराध्यक्ष चुनावों में कांग्रेस-प्रणीत महाविकास आघाड़ी (एमवीए) को विजयी करे, यह आह्वान महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने किया है। यह अपील उन्होंने गांधी भवन, मुंबई से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से लोगो से किया। इसके साथ ही उन्होनेहै मतदान की पूर्व संध्या पर लोगों से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों और भविष्य की जिम्मेदारी को समझते हुए मतदान करने और कांग्रेस-प्रणीत महाविकास आघाड़ी को बहुमत से विजयी बनाने की अपील की।
राज्य पर पहले से कहीं अधिक कर्ज का बोझ बढ़ चुका हैं
गोपाल तिवारी ने कहा, कि सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा-नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने अंधाधुंध और अल्पकालिक लोकप्रिय योजनाओं की घोषणा की, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। राज्य पर पहले से कहीं अधिक कर्ज का बोझ बढ़ चुका है। इसी कारण महायुति सरकार की नजर अब महानगरपालिकाओं, नगरपालिकाओं और नगर परिषदों की हजारों करोड़ रुपये की जमा राशि पर है। यही वजह है कि बीते 3–4 वर्षों से प्रशासनिक शासन के जरिए लोकतांत्रिक चुनावों को टालने का प्रयास किया गया। हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद सरकार को 26 जनवरी से पहले चुनाव कराने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी महायुति के मंत्री सत्ता का खुलेआम दुरुपयोग कर रहे हैं। जमीन और स्टांप ड्यूटी घोटालों, नकदी के ढेर और नोटों के बंडल मिलने के बावजूद आवश्यक कानूनी कार्रवाई नहीं होने पर न्यायालयों को बार-बार सवाल उठाने पड़ रहे हैं। राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। डॉ. संपदा मुंडे मामला, सरपंच संतोष देशमुख की हत्या, अक्षय शिंदे फर्जी एनकाउंटर जैसे गंभीर प्रकरण महीनों से न्याय से वंचित हैं। इससे समाज में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य को सामाजिक, धार्मिक और जातीय असुरक्षा के इस संकट से बाहर निकालने के लिए जनता को कांग्रेस-प्रणीत महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवारों को ही चुनना होगा। नगरपालिकाओं और नगर परिषदों के माध्यम से जनता की सुरक्षा के लिए एक मजबूत शक्ति—“शक्ति रूपी कवच”—तैयार करना समय की मांग है।



