मंगलवार, 22 अप्रैल को सकल पुणे जैन समाज द्वारा विशाल शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन

पुणे. विले पार्ले, मुंबई स्थित प्राचीन भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर को प्रशासन द्वारा जेसीबी मशीन से तोड़े जाने के विरोध में सकल पुणे जैन समाज द्वारा मंगलवार, 22 अप्रैल को पुणे के कलेक्टर ऑफिस चौक पर एक विशाल शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।
यह विरोध प्रदर्शन केवल मंदिर को ध्वस्त किया गया, बल्कि भगवान की मूर्तियां खंडित की गईं और पवित्र शास्त्रों का अपमान भी किए जाने पर किया जा रहा है। यह घटना केवल विले पार्ले की नहीं, बल्कि देशभर के जिनालयों की सुरक्षा का प्रश्न है। इसके विरोध में जैन सकल समाज द्वारा विराट शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।इसमें सकल पुणे जैन समाज की ओर से मुख्य मांगें की जायेगी।
1. भगवान पार्श्वनाथ मंदिर का तत्काल पुनर्निर्माण किया जाए।
2. पुनर्निर्माण सरकारी खर्च पर और 2-3 दिन में पूरा किया जाए।
3. देशभर के जैन धर्मस्थलों को कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाए।
4. दोषी अधिकारियों, नेताओं और होटल मालिकों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस विरोध प्रदर्शन में समाज के सभी वर्गों – पुरुष, महिलाएं, युवा और वरिष्ठ नागरिकों – ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगे। समाज ने अपने बच्चों को स्कूल से छुट्टी दी, दुकानों और कार्यालयों को बंद रखकर प्रदर्शन में भाग लेगे। पुणे में जैन समाज की संख्या 50,000 से अधिक है, और इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेकर अपनी आस्था और धार्मिक स्थलों के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता दिखाएंगे। यह अपील सकल पुणे जैन समाज ने की ।