
पुणे. राष्ट्रीय आयुष मिशन (NAM) आयुष कॉन्क्लेव 2025 (जो हाल ही में लोनावला में आयोजित हुआ था) की निरंतरता में, भारत भर से आए लगभग 100 प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने 3 मई को निसर्ग ग्राम, पुणे का आधिकारिक संस्थागत दौरा किया।
प्रतिनिधिमंडल में कई प्रमुख अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति शामिल थे, इस अवसर परश्रीमती कविता गर्ग, आईएएस, संयुक्त सचिव, आयुष मंत्रालय, भारत सरकारश्री रंजन कुमार, आईएएस, प्रमुख सचिव, आयुष, उत्तर प्रदेश सरकार,श्री विवेक कुमार, आईएएस, विशेष सचिव एवं महानिदेशक, आयुष, पश्चिम बंगाल सरकार इसके अतिरिक्त, विभिन्न राज्य सरकारों एवं आयुष संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारी व प्रतिनिधि भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
दौरे का शुभारंभ में प्रतिनिधियों का स्वागत सुबह 10:00 बजे निसर्ग ग्राम ऑडिटोरियम में किया गया, जिसके पश्चात प्रातः 10:30 बजे दीप प्रज्वलन कर दिन की कार्यवाही का औपचारिक उद्घाटन हुआ।
एनआईएन की गतिविधियों पर प्रस्तुति
प्रो. (डॉ.) के. सत्य लक्ष्मी, निदेशक, राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (एनआईएन), पुणे द्वारा संस्थान की शैक्षिक, नैदानिक व अनुसंधान संबंधी उपलब्धियों और एकीकृत चिकित्सा पद्धति में योगदान पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई।एनआईएन के छात्रों एवं प्रशिक्षुओं द्वारा प्रस्तुत एक सजीव योग प्रदर्शन, जिसमें योग की अनुशासन, सांस्कृतिक समृद्धि एवं उपचारात्मक महत्ता को दर्शाया गया।
संस्थान भ्रमण
प्रतिनिधियों ने संस्थान के मुख्य परिसर का भ्रमण किया, जिसमें शामिल थे:
शैक्षणिक खंड – कक्षाएं, प्रयोगशालाएं एवं योग-प्राकृतिक चिकित्सा प्रशिक्षण सुविधाएं
गांधी स्मारक – महात्मा गांधी के प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति योगदान को समर्पित स्थल
अस्पताल खंड – रोगियों के उपचार में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा की एकीकृत प्रणाली की जानकारी
अन्नपूर्णा मेस में सात्विक भोजन
प्रतिनिधियों को प्राकृतिक चिकित्सा के आहार सिद्धांतों पर आधारित सात्विक भोजन परोसा गया।
बापू भवन का दौरा
दौरे का समापन बापू भवन में हुआ, जो गांधीवादी मूल्यों एवं प्राकृतिक चिकित्सा की विरासत को समर्पित एक प्रेरणादायक स्थल है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम:
अंत में, एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल थे:
योग प्रदर्शन – उपचारात्मक आसनों एवं प्राकृतिक चिकित्सा से संबद्ध योग क्रियाओं का सजीव प्रदर्शन
सांस्कृतिक प्रस्तुति – भारतीय सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली आकर्षक प्रस्तुतियां
यह आधिकारिक दौरा ज्ञान-विनिमय, पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों के प्रचार-प्रसार एवं संस्थागत सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ, जो NAM आयुष कॉन्क्लेव 2025 की दृष्टि एवं उद्देश्यों के अनुरूप है।